nurse demo
– फोटो : फाइल फोटो
विस्तार
प्रदेश में 45 नर्सिंग कॉलेज भवन बनाए जाएंगे। इन सभी की डिजाइन एक जैसी होगी। इसमें 27 कॉलेज केंद्र सरकार की मदद से इसी वर्ष तैयार किए जाएंगे। पहले चरण में 11 नर्सिंग कॉलेजों का निर्माण शुरू होगा, जबकि अन्य अगले चरण में बनेंगे।
प्रदेश सरकार की ओर से हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने के बाद अब हर जिले में नर्सिंग कॉलेज खोलने की योजना है। इसके तहत प्रदेश में 22 मेडिकल कॉलेजों में बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई शुरू हो गई है। बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई मेडिकल कॉलेजों के भवन में हो रही है। अब नर्सिंग कॉलेजों के लिए अलग से भवन बनाया जाएगा। इसमें एकेडमिक ब्लॉक, लैब, हॉस्टल सहित सभी सुविधाएं होंगी।
पहले चरण में राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, सहारनपुर, बदायूं, बांदा एवं पांच स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों में नर्सिंग कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू होगा। इन कॉलेजों में बीएससी नर्सिंग के 60 छात्रों के पठन-पाठन को ध्यान में रखकर एकेडमिक ब्लॉक की कार्ययोजना तैयार की गई है। यदि भविष्य में छात्रों की संख्या 100 होती है अथवा एमएससी कोर्स शुरू होता है तो एक तल अलग से बढ़ाया जा सकेगा।
एकेडमिक भवन के मानकीकरण के लिए ड्राइंग ज्यूपैगो के विशेषज्ञों एवं आईएनसी के मानकों के अनुरूप तैयार की गई है। भवन का निर्माण भूतल के अलवा तीन मंजिला होगा। कुल 4899.97 वर्ग मीटर में तैयार होने वाले इस कॉलेज की अनुमानित लागत 2313.07 लाख प्रस्तावित है। भवन भूकंपरोधी होने के साथ ही अग्निशमन एवं दिव्यांगों के लिए रैंप, शौचालय आदि अनिवार्य है। भवन में लिफ्ट का भी प्रावधान किया गया है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग आलोक कुमान के अनुसार प्रदेश के सभी नर्सिंग कॉलेजों का भवन एक जैसा होगा। 27 कॉलेजों के निर्माण में केंद्र सरकार से मदद मिलेगी। इन भवनों के डिजाइन को मंजूरी मिल चुकी है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा। नर्सिंग शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इन भवनों में लैब, क्लास रूम सहित सभी सुविधाएं होंगी।