यूपी पुलिस।
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अलीगढ़ महानगर के थाना महुआ खेड़ा के प्रभारी पर एक युवक ने गाली-गलौज करने एवं मकान बेचकर भाग जाने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए एसएसपी से शिकायत की है। थाना प्रभारी के डर से युवक ने अपने घर के बाहर मकान बिकाऊ के पोस्टर लगा दिए हैं। एसएसपी ने सीओ द्वितीय को जांच के आदेश दिए हैं।
महुआ खेड़ा क्षेत्र के निवासी फौजी की नाबालिग बेटी को अगस्त माह में स्कूल जाते समय एक किशोर बहला-फुसलाकर ले गया था। पुलिस ने किशोरी को बरामद करने करने के बाद किशोर को बाल सुधार गृह भेज दिया। दो सितंबर को अंतरिम जमानत पर युवक वहां से बाहर आया। किशोरी की ओर से फिर से शिकायत दी गई कि युवक उसे फिर से परेशान कर रहा है। थाना पुलिस ने किशोर को थाने बुलाया मगर किशोर की जगह बृहस्पतिवार को उसका भाई थाने पहुंचा।
आरोप है कि दरोगा ने किशोरी की शिकायत को तलाशा मगर थाने में शिकायत नहीं मिली। भाई प्रभारी निरीक्षक के सामने पहुंचा तो वह आरोपी किशोर के भाई हैं तो वह बुरी तरह से बिफर गए। आरोप है कि गाली-गलौज करते हुए उसे धमकी दी कि मकान बेचकर नहीं गए तो जेल भेज दूंगा। पीड़ित युवक ने एसएसपी से शिकायत की है। इसमें कहा है कि झूठा मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। भाई के जमानत पर आने के बाद मकान बेचकर जाने का दबाव बनाया जा रहा है और फोन पर भी धमकी मिल रही है। इसको लेकर युवक ने घर पर मकान बेचने के पोस्टर चस्पा कर दिए हैं। जिस पर लिखा है कि थाना प्रभारी के दबाव में मकान बेचकर पलायन को मजबूर हैं।
एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि किशोरी की ओर से युवक के घर पर लगे पोस्टर हटवा दिए गए हैं। थाना प्रभारी पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि बाल अपचारी पर दर्ज मुकदमे में पुलिस चार्जशीट लगा चुकी है। जांच में बाल अपचारी के मकान में किराये पर रहने वाले हाथरस के भोपतपुर के दीपक ठाकुर का नाम भी घटना में साजिश करने में प्रकाश में आया है, दोनों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में भेजी गई है।