ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद ने स्वामी प्रसाद मौर्य को भेजा बुर्का
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ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को बैठक की और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के हालियों बयानों पर आपत्ति जाहिर की। स्वामी प्रसाद की राजनीति को देश के लिए विभाजनकारी बताया। महापरिषद के संयोजक राजा आनंद ज्योति सिंह ने बताया की स्वामी प्रसाद मौर्य के धूर्त और हिंदू समाज विरोधी बयानों के कारण हम लोग उन्हें बुर्का भेज रहे हैं। जिसे पहनकर वो अपनी वास्तविक पहचान के साथ हिंदू समाज के सामने आएं।
ज्योति सिंह ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का भाजपा से जुड़ना और अलग होना उनके स्वार्थ को दर्शाता है। वो जब भाजपा सरकार में थे तो जय श्रीराम के नारे लगाते थे। पार्टी बदलने के बाद से आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं। आगे कहा कि हिंदू समाज ने शुरुआती बयानों को राजनैतिक विषय मानकर नजरअंदाज किया लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार जहर उगल रहे हैं।
जिससे हिंदू समाज अब अपनी आस्था और सम्मान के प्रतीकों का अपमान अनुभव कर रहा है। चेतावनी भी दी कि अब अनर्गल बयानबाजी बर्दाश्त नहीं होगा। ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद ने सरकार से स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।