शहंशाह अकबर और उनके नवरत्नों की फाइबर से बनीं प्रतिमाएं
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जिस फतेहपुर सीकरी से शहंशाह अकबर ने हिंदुस्तान पर राज किया, उसी सीकरी में जिल्लेइलाही शहंशाह अकबर और उनके नवरत्नों की फाइबर से बनीं प्रतिमाएं कैद हैं। सात साल पहले एडीए ने पथकर निधि से 10 लाख रुपये की लागत से शहंशाह अकबर और उनके नवरत्नों की प्रतिमाओं का दरबार तैयार कराया था। फाइबर की प्रतिमाएं चंडीगढ़ में बनाई गई थीं, जिन्हें आईटीडीसी ने गुलिस्तां पार्किंग परिसर में बनवाए गए इंटरप्रिटेशन सेंटर में रखवाया है, कोरोना काल समेत तीन साल से यहां ताला लगा है।