अखिलेश यादव और आजम खां। फाइल फोटो
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
अखिलेश यादव ने कहा कि आजम खां और अब्दुल्ला आजम की विधानसभा की सदस्यता साजिश करके छीनी गई है। राहुल गांधी की तरह कोर्ट से इन दोनों नेताओं को भी इंसाफ मिलेगा। विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से अखिलेश ने कहा कि सदन में बड़ी संख्या में सदस्य चाहते थे कि मणिपुर की घटना पर निंदा प्रस्ताव पास हो। दुनिया में जिसने भी संबंधित तस्वीरें और वीडियो देखे, शर्मसार हो गया। ऐसी घटना कभी नहीं हुई होगी।
महिलाओं के साथ भीड़ ने क्या नहीं किया। वहां की सरकार कहती है कि ऐसी तमाम घटनाएं हुई हैं। आज भी वहां हिंसा नहीं रुकी नहीं है। डबल इंजन सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वो समुचित कदम उठाए। राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने पर अखिलेश ने सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद देते हुए कहा कि इस फैसले के बाद पूरी देश की जनता का न्यायालिका पर भरोसा बढ़ा है।
भाजपा के तमाम सांसदों और विधायकों को भी सजा हुई है, देखते हैं कि उनकी सदस्यता कब जाती है। अभी तक तो केवल विपक्ष के नेताओं की ही सदस्यता जा रही है। एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर अखिलेश ने कहा कि इस प्रदेश और देश का अवाम जानता है कि सपा क्या काम कर रही है।
अपनी शक्ति को लेकर ऊर्जा मंत्री अंधेरे में
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि ट्रांसफॉर्मर से अधिक बुलडोजर को महत्व देने वाले शक्ति का अकेला केंद्र बने मुख्यमंत्री ने सारी ताकत अपने पास रख रखी है तो मंत्री और अधिकारी बिजली की समस्या का क्या समाधान करेंगे। दरअसल अपनी शक्तियों को लेकर मंत्री खुद ही अंधेरे में हैं। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि दिल्ली अध्यादेश पर जनता की तरफ से हमारा भाजपा से सिर्फ एक सवाल है। अगर दिल्ली में भाजपा की सरकार होती तो क्या भाजपा ये अध्यादेश लाती।