उतरासोत गांव के सामने बांध पर बना गड्ढा।
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बारिश से बंधों की हालत खराब होने लगी है। पानी बरसते ही जगह-जगह रेनकट हो जा रहे हैं। एक तरफ पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी इन गड्ढों को भरवा रहे हैं तो दूसरी ओर मिट्टी खिसक जा रही है। इसलिए बंधों पर वाहन लेकर चलने में किसी तरह की लापरवाही भारी पड़ सकती है। अधिकारियों का कहना है कि नदियों की स्थित और वर्षा को देखते हुए बंधों की नियमित निगरानी की जा रही है। गड्ढों को पाटने का काम कराया जा रहा है।
डोमिनगढ़ पुल से गाहासाड़ बंधे की शुरूआत होती है। इस बंधे पर पीडब्ल्यूडी के निर्माण खंड तीन की ओर से वर्ष 2021 में पिच रोड बनाकर चौड़ीकरण कराया गया था। बंधे से एक दर्जन से अधिक गांवों के लाेग आवागमन करते हैं। साथ ही बंधा गोरखपुर शहर को सीधे जंगल कौड़िया कालेसर बाईपास से होते हुए लखनऊ हाइवे से जोड़ता है। इस पर रोजाना 10 हजार से अधिक छोटे बड़े वाहनों का आवागमन होता है। बारिश होने से बंधे पर बनी सड़क की हालत खराब हो जा रही है। जगह जगह रेनकट बन जा रहे हैं।
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रविवार की दोपहर 02.00 बजे रोहिन नदी के डोमिनगढ़ पुल के पास ही बंधे की सड़क कई जगहों पर धंसी नजर आई। यहां पुल के दोनों सड़क के रेनकट को पाटने का काम मजदूर कर रहे थे। मिट्टी की बोरियां भरकर रखी जा रही थीं। मजदूरों ने बताया कि पानी बरसने पर ऐसी स्थिति हो गई है। इसके लिए गड्ढों को पाटा जा रहा है। यहां से आगे जाने पर निषाद चौराहे के इर्दगिर्द भी रेनकट मिले, जिन्हें पाटने के लिए मिट्टी गिरी थी। गांव के कमलेश ने बताया कि ऐसी हालत हर जगह जगह नजर आएगी। इन गड्ढों को पाटा जाता है। लेकिन पानी बरसने पर मिट्टी बह जाती है।
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