श्री रामजन्म भूमि पथ
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
रामलला के दर्शनार्थियों के लिए श्रीरामजन्मभूमि पथ रविवार को खोल दिया गया। इससे पहले श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व जिला प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में पूजन-अर्चन के साथ दर्शनमार्ग का उद्घाटन किया गया। पथ के खुलते ही भक्तों ने रामलला के जयकारे लगाए। इस नए रास्ते से रामलला के दर्शनमार्ग की दूरी 500 मीटर कम हो जाएगी और दर्शन भक्तों के लिए और सुलभ हो जाएगा। शुभारंभ अवसर पर इस भव्य मार्ग को फूलों से सजाया गया।
रविवार से श्रद्धालुओं को 566 मीटर लंबे व 100 फीट चौड़े श्रीराम जन्म भूमि पथ से होकर रामलला का दर्शन करने लगे हैं। 39 करोड़ रुपये से यह मार्ग करीब डेढ़ साल में बनकर तैयार हुआ है। इस मार्ग पर एक साथ एक लाख श्रद्धालु चल सकेंगे। रामलला का नया दर्शन मार्ग राम जन्मभूमि पथ बिड़ला धर्मशाला के सामने से सीधे रामलला के दरबार तक पहुंचने वाला सबसे नजदीक और सुविधाजनक मार्ग है। इस मार्ग पर निशुल्क पेयजल, फ्री लॉकर, विश्राम और चिकित्सा आदि की सुविधा उपलब्ध है। पिंक शेड्स स्टोन से यह मार्ग बेहद खूबसूरत बनाया गया है।
वहीं अस्थाई सुरक्षा चेक पोस्ट का भी अमावां मंदिर परिसर में निर्माण किया जा रहा है। चेक पोस्ट अरविंदो आश्रम के सामने दर्शन से वापसी के मार्ग पर स्थापित किया जाएगा। चेक पोस्ट के जन्मभूमि पथ पर लगे रेड स्टोन को 15 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में हटा दिया गया है।
उद्घाटन अवसर पर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, राममंदिर के ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र, मंदिर निर्माण के प्रभारी गोपाल जी, ट्रस्टी महंत दिनेंद्र दास, ट्रस्टी बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, मंडलायुक्त गौरव दयाल, डीएम नितीश कुमार, एसएसपी राजकरण नैयर समेत अन्य मौजूद रहे।
अभी 80 फीसदी ही काम हुआ
राम जन्म भूमि पथ का अभी 80 फीसदी ही काम हुआ है। बावजूद इसके इस मार्ग को भक्तों के लिए खोल दिया गया है। कुछ जगहों पर पत्थरों को बिछाने का काम चल रहा है, तो कुछ स्थानों पर फुटपाथ का निर्माण किया जा रहा है। पथ निर्माण करने वाली संस्था के अधिकारियों के मुताबिक, एक से दो माह में पथ का पूरा कार्य पूरा हो जाएगा। हालांकि भक्तों के आने जाने में कोई समस्या नहीं होगी।
अत्याधुनिक लाइट से युक्त होगा जन्मभूमि पथ
श्रीरामजन्मभूमि पथ अत्याधुनिक लाइटों से युक्त होगा। इस मार्ग पर पर्याप्त उजाला रहे, इसके लिए दो तरह की लाइटों को इंस्टाल किया जा रहा है। पथ के बीच में ऊंचे लैंप लगाए गए हैं। मार्ग पर सुंदर डिजाइनर व आकर्षक पोल भी लगाए गए हैं। इस मार्ग पर बिजली के तार ऊपर नहीं दिखाई देंगे व भविष्य में मार्ग बार-बार खोदने की आवश्यकता भी नहीं होगी।
श्रद्धालु बोले-नए दर्शनमार्ग से मिलेगी सहूलियत
रामलला का दर्शन करने आए अयोध्या के ही आशिफबाग निवासी संजय मिश्रा ने बताया कि पहले दर्शनमार्ग काफी सकरा था, कोई व्यवस्था भी नहीं थी। भीड़ में समस्या होती थी,अब दर्शन मार्ग काफी चौड़ा हो गया है और विभिन्न सुविधाओं से युक्त है, भक्तों को अब सहूलियत मिलेगी। वहीं कानपुर के गिरधारी गुप्ता अपने परिवार के साथ जय श्रीराम का उद्घोष करते बढ़े जा रहे थे। नए मार्ग को लेकर कहा, ट्रस्ट की व्यवस्था सराहनीय है। गोरखपुर निवासी संजय गुप्ता ने कहा कि मार्ग पर पहुंचते ही, मंदिर का शिखर नजर आने लगता है। अब दर्शनमार्ग की दूरी भी कम हुई है, नए दर्शनमार्ग से भीड़ नियंत्रण में भी सहूलियत होगी।
रंगमहल बैरियर से भक्तों का प्रवेश बंद
नए दर्शनमार्ग के उद्घाटन के बाद पुराने परंपरागत मार्ग रंगमहल बैरियर से भक्ताें का प्रवेश बंद कर दिया गया है। पुराना परंपरागत मार्ग मंंदिर निर्माण के कार्यों में उपयोग होगा। पुलिस के अवरोध भी कम हो गए। बिड़ला मंदिर तक आने के लिए प्रशासन की रोक-टोक भी कम है। सभी लोग अपने वाहन से बिड़ला मंदिर तक आ सकते हैं। बिड़ला मंदिर के सामने से मंदिर में प्रवेश मिलेगा। अमावां मंदिर के पीछे से होते हुए दर्शन मार्ग के लिए प्रवेश करेंगे। यहां से पैदल 600 मीटर की दूरी तय कर मंदिर में प्रवेश हो जाएगा। – चंपत राय, महासचिव, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट