हिंदी फिल्मों के कारोबार में बड़े पैमाने पर दोबारा अपना काम काज शुरू करने की बीते एक साल से तैयारी कर रहे फिल्म निर्माता, वितरक और वित्तदाता (फाइनेंसर) पराग सांघवी पर क्रिकेट मैचों के नतीजों पर सट्टा लगाने, मैच की प्रगति को प्रभावित करने और घरेलू व अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान दुराचरण करने के आरोप लगे हैं। सांघवी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल से मान्यता प्राप्त दुनिया के इकलौते टी10 टूर्नामेंट में खेलने वाली पुणे डेविल्स टीम के मालिकों में शामिल हैं। उन्हें इस बारे में चली जांच के बाद निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में कुल आठ लोगों को भ्रष्ट गतिविधियों को लेकर चल रही जांच में आरोपी बनाया गया है। ये मामला दो साल पहले हुए टूर्नामेंट का है।
एमिरेट्स टी10 लीग टूर्नामेंट दुनिया का इकलौता ऐसा क्रिकेट टूर्नामेंट है जिसमे दोनों टीमों को सिर्फ 10-10 ओवर खेलने होते हैं। इन खेलों में हिस्सा लेने वाली एक टीम पुणे डेविल्स भी है। टीम प्रबंधन की तरफ से 28 दिसंबर 2020 को जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक पुणे डेविल्स के मालिक फिल्म निर्माता कृष्ण कुमार चौधरी और पराग सांघवी हैं। इन लोगों को जमीन जायदाद, मनोरंजन और अतिथि सेवा (हॉस्पिटैलिटी) कारोबार में भारतीय उपमहाद्वीप का अग्रणी कारोबारी बताया है। विज्ञप्ति के मुताबिक इन दोनों का आतिथ्य सत्कार में प्रामाणिक इतिहास रहा है और ये लोग रॉयल प्लाजा में प्लेबॉय क्लब ऑफ इंडिया व हाइप तथा इरॉस इंटरनेशनल में रोर को बनाने के लिए जाने जाते हैं।
मंगलवार के घटनाक्रम के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 2021 में हुए एमिरेट्स टी10 लीग मैच में तीन भारतीयों समेत आठ लोगों को कथित भ्रष्ट गतिविधियों के लिए आरोपित किया है। इनमें शामिल बांग्लादेश के पूर्व टेस्ट खिलाड़ी नासिर हुसैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। आईसीसी की तरफ से जारी बयान में जिन तीन भारतीयों को आरोपी बताया गया है उसमें टीम के मालिकों पराग सांघवी और कृष्ण कुमार चौधरी के अलावा टीम के बैटिंग कोच सनी ढिल्लों के नाम शामिल हैं।
सांघवी पर आरोप है कि उन्होंने मैच के नतीजों और प्रगति पर जुआ खेला और उनका आचरण व अन्य गतिविधियां घरेलू व अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान अपेक्षित व्यवहार के अनुकूल नहीं रहा। इस टूर्नामेंट के दौरान संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिलने पर टूर्नामेंट प्रबंधन ने आईसीसी से इसकी जांच करने को कहा था और आईसीसी ने इस पूरे मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की थी। आईसीसी के मुताबिक पराग सांघवी ने बिना किसी विधिक कारणों के जांच में हिस्सा नहीं लिया। इस जांच के दौरान जिन छह लोगों के खिलाफ प्रथम दृष्टया आरोप मजबूत दिखे उनमें तीनों भारतीय शामिल हैं और इनको जांच पूरी होने तक अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। पराग सांघवी को दिसंबर 2021 में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार भी किया था।
हिंदी सिनेमा की कई हिट फिल्मों मसलन अमिताभ बच्चन अभिनीत ‘सरकार’ और सलमान खान अभिनीत ‘पार्टनर’ के निर्माता रहे पराग सांघवी ने बीते साल से ही हिंदी सिनेमा में फिर से अपनी धमक बनानी शुरू की थी। उन्होंने मुंबई के मशहूर भवन निर्माता आनंद पंडित के साथ मिलकर चर्चित फिल्मों ‘देसी बॉयज’ और ‘ओंकारा’ की सीक्वेल बनाने का एलान किया था। इसके अलावा अभिनेता संजय दत्त को लेकर वह एक मेगा बजट फिल्म ‘खलीफे’ भी बनाने की तैयारियों में लगे रहे हैं।