'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- मुख, जिसका अर्थ है-मुँह, चेहरा। प्रस्तुत है हरिवंशराय बच्चन की कविता- बादल घिर आए, गीत की बेला आईबादल घिर आए, गीत की बेला आई।
आज गगन की सूनी छाती
भावों से भर आई,
चपला के पावों की आहट
आज पवन ने पाई,
डोल रहें हैं बोल न जिनके
मुख में विधि ने डाले
बादल घिर आए, गीत की बेला आई।
आगे पढ़ेंबिजली की अलकों ने अंबर
के कंधों को घेरा,
मन बरबस यह पूछ उठा है
कौन, कहाँ पर मेरा?
आज धरणि के आँसू सावन
के मोती बन बहुरे,
घन छाए, मन के मीत की बेला आई।
बादल घिर आए, गीत की बेला आई।
11 घंटे पहले