आफत की बारिश: सिद्धपीठ शाकंभरी देवी में भयंकर बाढ़, आबादी में घुसा नदियों का जल, मकान डूबे, घर छोड़कर निकले लोग

आफत की बारिश: सिद्धपीठ शाकंभरी देवी में भयंकर बाढ़, आबादी में घुसा नदियों का जल, मकान डूबे, घर छोड़कर निकले लोग



बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकाला बाहर
– फोटो : Amar Ujala

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पहाड़ी व मैदानी क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से मंगलवार की सुबह क्षेत्र की बरसाती नदियों में भयंकर बाढ़ आ गईं। कलसिया, दबकौरा समेत दर्जनों गांवों की आबादी में गांगरोह नदी की बाढ़ का पानी भर गया है। साढ़ौली कदीम, सलेमपुर, नगला झंड़ा व बाबैल बुजुर्ग में जलभराव से तीन-चार फीट आबादी में भरा है। गांव बाबैल बुजुर्ग में दिल्ली-यमनोत्री हाईवे पर कई फीट पानी बह रहा है, जिससे हाईवे पर छोटे वाहनों का आवागमन बंद है, केवल बड़े वाहन ही आ जा रहे हैं। गोविंदपुरम में देर रात बारिश का पानी घरों पहुंचने पर लोग बाहर निकलकर आ गए। जिसके बाद पुलिस ने लोगों को वहां से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

अब्दुल्लापुर गांव का संपर्क मार्ग कटाव के चलते ध्वस्त हो गया है। बुबका के पास बुबका-कोठड़ी सड़क मार्ग में कटाव हुआ है। इसी सड़क मार्ग से दयालपुर गांव को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग व पुलिया भी ध्वस्त हो गई है। इस मार्ग पर बनी पुलिया भी टूट गई है। आबादी से लेकर खेत खलिहान तक जलमग्न है।

नदियों से घिरे तहसील क्षेत्र के 20 से अधिक गांवों का तहसील व जनपद मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है। सिद्धपीठ श्री शाकंभरी देवी में माता के मंदिर की सीढ़ियों तक नदी का पानी पहुंच गया है। माता के मंदिर के आस-पास लगी प्रसाद व अन्य की दुकानें नदी की जलधारा में डूब गई है। इससे दुकानदारों को काफी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने सुरक्षित स्थान पर शरण ली है।

ग्रामीणों द्वारा पैसा इकट्ठा कर बनाए गये नौशेरा-डुडू माजरा का कच्चा संपर्क मार्ग बूढ़ी यमुना में आई बाढ़ से पूरी ध्वस्त हो गया। इससे अकबरपुर बांस, डुडूमाजरा, शाहपुर बांस, माजरी, छज्जा आदि गांवों का संपर्क तहसील मुख्यालय से कट गया है।

छुटमलपुर क्षेत्र के रेडी गांव में आबादी में दो से तीन फीट तक हिंडन नदी का पानी घुस गया। इससे ग्रामीणों के घरों में रखा सामान और खाद्यान्न आदि खराब हो गया। गांव जीवाला में भी बाहरी आबादी में हिंडन का पानी घुस गया। गांव मांडुवाला में हिंडन से खेतों में हुए कटाव के चलते किसान मीनू रानी के यूकेलिप्टिस के सौ पेड़, जगपाल के पचास तथा प्रेमवती के चालीस पेड़ नदी की भेंट चढ़ गए। पीड़ित किसानों ने मुआवजे की मांग की है।

साढ़ौली कदीम के हथौली, सलेमपुर गदा, रसूलपुर, रोगला हथौली, दबकोरा, चकखीजरपुर आदि सहित अनेक गांवों में लोगों के घरों में पानी भरा है। गन्देवड़ चिलकाना मुख्य मार्ग पर जलभराव होने से आवागमन बाधित हो रहा है। इसके चलते स्थानीय ग्रामीणों का तहसील एवं जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है।



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