विस्तार
मथुरा में दुपहिया और चौपहिया वाहनों में सुरक्षा के लिहाज से वाहन कंपनियां साइड मिरर लगाकर देती हैं, लेकिन दोपहिया वाहन चालक शोबाजी के चक्कर में इन्हें हटा देते हैं। नतीजतन घातक परिणाम सामने आ रहे हैं। दुपहिया चालकों के साथ होने वाले कुल हादसों में से 20 प्रतिशत साइड मिरर की अनदेखी के कारण हो रहे हैं। इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस (आईरेड) के सर्वे में इसका खुलासा हुआ है। साइड मिरर न होने के कारण पीछे से आ रहे वाहनों का चालक अंदाजा नहीं लगा पाते और हादसा हो जाता है। परिवहन विभाग ने अब ऐसे दुपहिया चालकों पर शिकंजा कसने की तैयारी की है। आरटीओ ने निर्देश जारी किया है कि बिना साइड मिरर के चल रहे दुपहिया वाहन चालकों का पांच हजार रुपये का चालान काटा जाए।
ये भी पढ़ें – बाल सुधार गृह नहीं टॉर्चर होम: बच्ची को पीटने वाली बाल अधीक्षिका गिरफ्तार, बेड पर सोते समय दिखाई थी क्रूरता