इला अरुण के नाम फिल्म ‘हड्डी’ में जुड़ा अनोखा रिकॉर्ड, श्याम बेनेगल से सीखा किरदारों का चयन करना

इला अरुण के नाम फिल्म ‘हड्डी’ में जुड़ा अनोखा रिकॉर्ड, श्याम बेनेगल से सीखा किरदारों का चयन करना


गायकी के साथ साथ इला अरुण ने अभिनय में भी अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। फिल्म ‘धूमकेतु’ और वेब सीरीज ‘रात अकेली’ के बाद इला इस बार अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ फिल्म ‘हड्डी’ में एक खास किरदार में नजर आएगी। यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज न होकर सीधे इस हफ्ते ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज हो रही है। इस फिल्म में काम करते हुए इला अरुण ने एक अनोखा रिकॉर्ड भी बना डाला है।



अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी अभिनीत फिल्म ‘हड्डी’ में इला अरुण किन्नर घराने की मां रेवती  की भूमिका निभा रही हैं। इला अरुण कहती हैं, ‘हड्डी की कहानी बहुत दिलचस्प है। यह फिल्म ट्रांसजेंडर  समुदाय के बारे में है। संयोग से इस फिल्म में मैं एकमात्र महिला कलाकार भी हूं। बाकी इस फिल्म में  पुरुष ही ट्रांसजेंडर की भूमिका में हैं। इस फिल्म में मैंने ट्रांसजेंडर समुदाय की मुखिया रेवती मां का किरदार निभाया है जो समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ती हैं।’


फिल्म ‘हड्डी’ में काम करने के वजह पर बात करते हुए इला अरुण कहती हैं, ‘मैं सबसे पहले स्क्रिप्ट पर नजर डालती हूं और देखती  हूं कि मेरा किरदार किस बारे में है। मेरा मानना है कि एक अच्छी स्क्रिप्ट और चरित्र  किसी भी फिल्म में दो महत्वपूर्ण तत्व होते हैं। फिल्म में  भले ही मेरा किरदार छोटा हो, लेकिन अगर उसका प्रभाव पड़ता है तो मैं उसके लिए हां कह दूंगी। यदि यह स्क्रिप्ट में अच्छा योगदान दे रहा है, तो इससे बेहतर कुछ नहीं है। ‘हड्डी’ जैसी उल्लेखनीय स्क्रिप्ट का हिस्सा बनना अच्छा लगता है।’


हिंदी सिनेमा के जाने माने निर्माता- निर्देशक श्याम बेनेगल के साथ ‘मंडी’, ‘त्रिकाल’ और ‘सूरज का सातवां घोड़ा’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकी इला अरुण कहती हैं, ‘मेरी शुरुआत श्याम बाबू की फिल्मों से हुई है। उनकी फिल्मों में काम करके मैंने यही सीखा है कि किस तरह से वह पूरी शोध के साथ किसी भी फिल्म का निर्माण करते हैं। उनकी फिल्मों में छोटा किरदार हो या फिर बड़ा किरदार, सब फिल्म की कहानी का एक अहम हिस्सा होते हैं। वह हमेशा अपने विस्तृत शोध पर विश्वास करते हैं और फिर एक फिल्म बनाते हैं। हड्डी बिलकुल वैसी ही फिल्म है।’


गायकी के साथ साथ इला अरुण ने अभिनय में भी अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। उन्होंने फिल्म ‘खलनायक’ में ‘चोली के पीछे’ फिल्म  ‘करण अर्जुन’ में  ‘घुप चुप’, फिल्म ‘लम्हे’ में ‘मोरनी बागा मा बोले’ जैसे कई फिल्मों में हिट गीत गाए हैं, तो वहीं ‘अर्ध सत्य’, ‘मंडी’,  ‘जोधा अकबर’,   ‘चाइना गेट’ , ‘चिंगारी’,  ‘वेल डन अब्बा’,  ‘वेलकम टू सज्जनपुर’,  ‘वेस्ट इज वेस्ट’ और ‘घातक’ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय से एक अलग छाप छोड़ी है।




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