राहुल गांधी, कमलनाथ और प्रियंका गांधी
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मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के ठीक पहले हुए उज्जैन दुष्कर्म घटनाक्रम के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है। घटना के बाद लोगों में आक्रोश देख सरकार ने ताबड़तोड़ आरोपी को हिरासत में लिया। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है। इधर, बिगड़ती कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा को लेकर कांग्रेस को एक चुनावी मुद्दा मिल गया है। अगले सात दिन पूरे प्रदेश में कांग्रेस बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में है।
इस मामले को प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और राहुल गांधी प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध और नाबालिग बच्चियों के खिलाफ हुए दुष्कर्म की संख्या सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में है।
प्रियंका ने उठाए महिला सुरक्षा को लेकर सवाल
प्रियंका गांधी ने कहा कि “भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ हुई बर्बरता आत्मा को झकझोर देने वाली है। अत्याचार के बाद वह ढाई घंटे तक दर-दर मदद के लिए भटकती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई, लेकिन मदद नहीं मिल सकी। ये है मध्यप्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा? भाजपा के 20 साल के कुशासन तंत्र में बच्चियां, महिलाएं, आदिवासी, दलित कोई सुरक्षित नहीं है। लाड़ली बहना के नाम पर चुनावी घोषणाएं करने का क्या फायदा है, अगर बच्चियों को सुरक्षा और मदद तक नहीं मिल सकती?”
राहुल का शिवराज और पीएम मोदी पर हमला
राहुल गांधी ने कहा कि “मध्यप्रदेश में एक 12 साल की बच्ची के साथ हुआ भयावह अपराध, भारत माता के हृदय पर आघात है। महिलाओं के खिलाफ अपराध और नाबालिग बच्चियों के खिलाफ हुए दुष्कर्म की संख्या सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में है। इसके गुनहगार वो अपराधी तो हैं ही जिन्होंने ये गुनाह किए, साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार भी है, जो बेटियों की रक्षा करने में अक्षम है। न न्याय है, न कानून व्यवस्था और न अधिकार…आज मध्यप्रदेश की बेटियों की स्थिति से पूरा देश शर्मसार है, मगर प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री में बिल्कुल शर्म नहीं है। चुनावी भाषण, खोखले वादों और झूठे नारों के बीच बेटियों की चीखें उन्होंने दबा दी हैं।
उधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने उज्जैन की दर्दनाक घटना को लेकर प्रदेश सरकार से पीड़िता को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दिए जाने की मांग की है। कमलनाथ ने कहा कि “मध्यप्रदेश बेटियों के लिए सबसे असुरक्षित प्रदेश बनता जा रहा है। इस सरकार के लिए बेटियों की सुरक्षा केवल विज्ञापन और भाषण का विषय है।”
खरगे ने कहा- सबसे ज्यादा दुष्कर्म MP में
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि ‘पीएम नरेंद्र मोदी जी जगह-जगह घूमकर महिला आरक्षण का सपना दिखा रहे हैं, और वाहवाही बटोरने की कोशिश कर रहे हैं। असलियत ये है कि भाजपा शासित मध्यप्रदेश से 12 वर्षीय एक नाबालिग से हैवानियत की बेहद पीड़ादायक घटना सामने आई है। महिलाओं के साथ दुष्कर्म के सर्वाधिक मामले, भाजपा शासित मध्य प्रदेश में होते हैं, जहां हर दिन बलात्कार की आठ घटनाएं होती हैं। मोदी जी और उनके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी को चुनाव प्रचार से फ़ुर्सत मिले तो वे शायद मध्यप्रदेश की महिलाओं की चीख़ें सुन पाएंगे।’
कांग्रेस ने दुष्कर्म के आरोपी पार्षद को दिखाया बाहर का रास्ता, पार्टी से 6 साल के लिए किया निष्कासित
इधर, कांग्रेस ने दुष्कर्म के आरोपी पार्षद को आज पार्टी की प्राथमिकता सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। जिला शिवपुरी में पिछोर नगर परिषद में कांग्रेस पार्षद सागर छाबरी पर अपहरण, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया गया है। पार्टी ने अपनी छबि धूमिल होने की बात कहते हुए पार्षद छाबारी पर ये एक्शन लिया है।
गौरतलब है कि उज्जैन में 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को कांग्रेस पूरी ताकत से उठा रही है। भोपाल से लेकर दिल्ली तक उसके नेता अपनी प्रदेश की भाजपा सरकार को घेर रहे हैं। ऐसे में अपने ही पार्षद पर दुष्कर्म के मामले होने से कांग्रेस बैक फुट में आ रही थी। भाजपा ने कांग्रेस पर सवाल भी खड़े किए थे। ऐसे में कांग्रेस भाजपा को कोई मौका नहीं देना चाहती है, इसलिए उसने अपने आरोपी पार्षद की पार्टी से छुट्टी कर दी है।