ओल्गा को है इंतजार: रूस से आई, वर्ष 2019 से भारतीय नागरिकता के लिए काट रही चक्कर, वृद्ध आश्रम में रह रही

ओल्गा को है इंतजार: रूस से आई, वर्ष 2019 से भारतीय नागरिकता के लिए काट रही चक्कर, वृद्ध आश्रम में रह रही



भारतीय नागरिकता पाने के लिए दस्ताबेजों की जानकारी लेतीं ओल्गा
– फोटो : विज्ञप्ति

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वर्ष 2019 से चक्कर काट रही ओल्गा को भारतीय नागरिकता मिलने की उम्मीद जगी है। ओसी कलक्ट्रेट ने महिला से शपथ पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र और इस दौरान वहां कहां-कहां गई, जानकारी मांगी हैं। 

हाथरस निवासी विजय गौतम 1993 में मेडिकल की पढ़ाई करने किर्गिस्तान गया था। वहां उसकी मुलाकात ओल्गा से हुई  और दोनों ने शादी कर ली थी। ओल्गा कहना है कि परिवारीजनों ने उसे घर से निकाल दिया और वह दो साल से नगला भुस स्थित वृद्ध आश्रम में रह रही है। 

ओल्गा को अभी भारत की नागरिकता नहीं मिली है। उसका कहना है कि हर साल उसे वीजा की अवधि बढ़वानी पड़ती है। वर्ष 2019 में पुलिस अधीक्षक की जांच आख्या के आधार पर नागरिकता दिए जाने के लिए शासन को अपर जिलाधिकारी न्यायिक के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन भेजा था। ओल्गा गौतम को चरित्र प्रमाण पत्र , पिछले एक साल में भारत से बाहर कहां-कहां गई हैं, भारत में स्थायी रूप से रहना चाहती हैं, इस संबंध में शपथ देना होगा। इन दस्तावेजों को ऑनलाइन आवेदन में अपलोड किया जाएगा। 

इसके बाद ही नागरिकता संबंधी प्रकिया को आगे बढ़ाया जाएगा। एडीएम न्यायिक मोइनुल इस्लाम ने बताया कि इस संबंध में ओल्गा गौतस्को दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए पत्र भेज दिया गया है। दस्तावेज प्राप्त होते ही ऑनलाइन आवेदन पर अपलोड करा दिए जाएंगे।



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