कपिल शर्मा की फिल्म ज्विगाटो बीते 17 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। यह फिल्म तो बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी, लेकिन इसकी कहानी की सराहना जरूर हुई थी। ऑडियंस और क्रिटिक्स से तारीफें पाने के बाद अब ज्विगाटो को अकादमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंस के खास कलेक्शन की लाइब्रेरी में जगह मिल गई है। जैसे ही ज्विगाटो को ऑस्कर में खास जगह मिली, वैसे ही फिल्म की डायरेक्टर और को-राइटर नंदिता दास ने तंज कस दिया है।
नंदिता ने कहा, ‘मैं मानती हूं कि जब कहानियां असली होती हैं और कॉनटेक्सट से जुड़ी होती हैं तब वह कल्चर और बॉर्ड्स को तोड़कर वर्ल्ड सिनेमा का हिस्सा बन जाती हैं। मैं शुक्रगुजार हूं कि यह स्टूडेंट्स, फिल्ममेकर्स और राइट्स के लिए लाइब्रेरी में उपलब्ध रहेगी…’ नंदिता दास आगे लिखती हैं- ‘उम्मीद है ओटीटी प्लेटफॉर्म्स आप यह पढ़ रहे होंगे! और मुझे लगता है कि अब ऑडियंस को ज्विगाटो देखने का मौका देना चाहिए।
नंदिता ने लिखा, ‘थैंक्यू लाइब्रेरी ऑफ द अकादमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंस इस सम्मान के लिए!’ बता दें फिल्म ज्विगाटो का निर्देशन और समीर पाटिल के साथ फिल्म का लेखन भी नंदिता दास ने किया है। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाई नहीं कर पाई थी। ज्विगाटो के सिनेमाघरों में रिलीज होकर कई महीने बीत गए हैं, लेकिन फिल्म अभी तक ओटीटी पर रिलीज नहीं की गई है।
ज्विगाटो की कहानी की बात करें तो यह कहानी झारखंड के धनबाद के रहने वाले एक परिवार की कहानी है, जो कि रोजी-रोटी की तलाश में भुवनेश्वर चला आता है। वहां मानस नाम का शख्स अपने परिवार के लिए किसी तरह गुजर बसर कर रहा होता है, लेकिन कोरोना के कारण फैक्ट्री बंद हो जाती है। फिर बाद में वह अपने परिवार को पालने के लिए फूड डिलीवरी बॉय का काम करता है।