बनियाठेर के गांव पचाक में बच्चे की मौत के बाद घटनास्थल पर मौजूद एसडीओ।
– फोटो : संवाद
विस्तार
चंदौसी के थाना बनियाठेर क्षेत्र के गांव पचाक में घर से नहाने निकला खुशियांश (3) दरवाजे के पास लगे बिजली के खंभे के अर्थिंग तार पर आ रहे करंट की चपेट में आ गया। हादसे में बालक की मौत हो गई। खुशियांश अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
दोपहर में एसडीओ व जेई गांव पहुंचे और खंभे पर लगे अर्थिंग तार को काटकर अपने साथ ले गए। गांव पचाक निवासी जीराज चंदौसी की एक फर्म में जाली बनाने का काम करता है। वह बुधवार की सुबह करीब छह बजे घर के पास लगे इंडिया मार्का हैंडपंप पर नहाने के लिए गए थे।
पिता के पीछे-पीछे रोजाना की तरह बेटा खुशियांश भी नहाने के लिए गया था। घर के दरवाजे के नजदीक ही बिजली का खंभा लगा हुआ है। इस पर एक लोहे का अर्थिंग का तार भी लगा हुआ था। बालक दीवार के सहारे जा रहा था और तार पर हाथ लगने से करंट की चपेट में आ गया।
उसी दौरान पड़ोसी 11 वर्षीय कुनाल आया। उसने बालक खुशियांश को हटाने की कोशिश की तो उसे भी झटका लगा। वह वापस अपने घर की ओर दौड़ पड़ा और पिता दिनेश को सूचना दी। दिनेश ने मौके पर आकर डंडे से बालक खुशियांश को हटाया। करंट से बालक के दायें हाथ में जख्म हो गया था।
परिजन बालक को लेकर चंदौसी निजी अस्पताल में आए। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहां से परिजन सीएचसी ले गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया है। मृतक बालक अपने माता-पिता की इकलौती संतान था।
माता मनीषा देवी, पिता जीराज का रो-रोकर बुरा हाल है। सूचना पर दोपहर करीब एक बजे एसडीओ अजय शुक्ला, जेई व अन्य बिजली कर्मचारी गांव पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी ली। इसके बाद खंभे पर बंधे अर्थिंग तार को कटवा दिया और अपने साथ ले गए।
खंभे पर लगे सर्विस केबल से अर्थिंग तार लगा हुआ था। इस कारण अर्थिंग तार में करंट आ रहा था। इसी हादसे में अबोध बालक की जान चली गई। अर्थिंग तार को हटवा दिया गया है। -अजय शुक्ला, एसडीओ चंदौसी