सुक्खा दुनेके और हरदीप निज्जर की फाइल फोटो।
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पंजाब के गैंगस्टर सुखदुल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके की कनाडा के विनिपेग में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस हत्या के बाद से दुनेके के मोगा स्थित घर में मातम छा गया है। यहां उसके ताया हाकम सिंह रहते हैं। सूत्रों के मुताबिक यह गैंग के वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब जून में ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा राजनयिक विवाद में उलझे हैं।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पंजाब के मोगा जिले के दुनेके कलां गांव का रहने वाला गैंगस्टर दिसंबर 2017 में कनाडा भाग गया था।
कॉलेज में प्रधान बनने के बाद रखा जुर्म की दुनिया में कदम
सुक्खा दुनेके के पिता नायब सिंह बिजली बोर्ड में मुलाजिम थे। 1988 में आतंकवादियों ने मोगा के बाघापुराना में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। पांच भाई-बहनों में सुक्खा सबसे छोटा था। माता ने सभी बच्चों को खेतीबाड़ी कर पाला था। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान वह प्रधान चुना गया, जहां सुक्खा ने क्राइम की दुनिया में कदम रखा। प्रधान बनने के बाद उसके लड़ाई-झगड़े होने लगे लगे। ऐसे में उस पर मारपीट के दो मामले भी दर्ज हुए। पिता की नौकरी की जगह उसे डीसी ऑफिस में सेवादार की रौकरी मिली थी पर उसने नौकरी से मना कर दिया।