biparjoy cyclone
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भयानक चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ गुरुवार को गुजरात के कच्छ जिले के जखाऊ में तट से टकराया। इसके साथ ही तबाही शुरू हो गई और हवा की रफ्तार 125 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई। बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। इससे जखाऊ राजमार्ग बंद करना पड़ा। चक्रवात के चलते कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। भावनगर में एक पिता और पुत्र की पानी से भरे नाले में डूबने से मौत हो गई। द्वारका में पेड़ गिरने से तीन लोग घायल हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बातकर हालात का जायजा लिया। कुछ दशकों में अरब सागर में भी चक्रवातों की संख्या और तीव्रता में वृद्धि हुई है। हर साल औसतन पांच से छह उष्णकटिबंधीय चक्रवात उठते हैं, जिनमें से दो या तीन गंभीर होते हैं।
कोरोना की दूसरी लहर के समय आया ‘तौकाते’
17 मई, 2021 को गुजरात के दक्षिणी तट से टकराने वाला अत्यंत गंभीर चक्रवात तौकाते का प्रकोप उस समय देखा गया था, जब देश कोविड-19 की दूसरी लहर से जूझ रहा था। 185 किमी प्रति घंटे की गति से चली हवाओं से गुजरात, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र में 100 लोगों की जान गई थी।
‘अम्फान’ ने ली 129 की जान
बंगाल के उत्तर हिंद महासागर में सुंदरवन के पास 20 मई, 2020 को पैदा हुए तूफान अम्फान ने ओडिशा के तट से टकराने के बाद भारी तबाही मचाई थी। भारत और बांग्लादेश में 129 लोगों की जान चली गई थी।
‘फानी’ ने लीं 64 जानें
3 मई, 2019 को 175 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने ओडिशा में पुरी के पास और देश के पूर्वी तट पर भारी तबाही मचाई थी। 64 लोगों की जान चली गई थी।
‘हुदहुद’ से हुई 124 की मौत
तूफान हुदहुद ने 12, अक्तूबर 2014 को आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई थी। इसने लगभग 124 की जान ले ली।