सांकेतिक तस्वीर।
– फोटो : amar ujala
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गोरखपुर में खाने-पीने की वस्तुओं में मिलावट करने वाले धंधेबाजों ने अब सत्तू, दूध, मिठाई के साथ ही लाल मिर्च, पापड़ और किशमिश में भी खेल शुरू कर दिया है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीमों ने अलग-अलग जगहों से 47 नमूने एकत्र किए थे, जिनमें लाल मिर्च और किशमिश को खाने योग्य नहीं पाया गया है, जबकि अन्य आठ के नमूने भी फेल मिले हैं।
यानी इन्हें मानक के अनुसार नहीं पाया गया। जांच में पाया गया है कि कैच ब्रांड की लाल मिर्च में ईंट व चाक पाउडर मिलाया गया था। ताज ब्रांड की किशमिश को ताजा रखने के लिए केमिकल मिलाया गया था। उसमें कीड़े भी मिले हैं। जिन दुकानों से नमूने फेल मिले हैं, अब उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की ओर से तीन माह पूर्व विभिन्न दुकानों, प्रतिष्ठानों की जांच करके तेल, घी, मिर्च, मसाला, मिठाई सहित अन्य खाद्य पदार्थों के 47 नमूने लिए गए। इसकी जांच रिपोर्ट मंगलवार को लैब से मिली। इनमें कुल आठ नमूने मानक के अनुसार नहीं मिले हैं, जबकि दो नमूने असुरक्षित पाए गए हैं।