रोहनिया थाने के बाहर ग्रामीणों की भीड़
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वाराणसी के केशरीपुर (अम्माताली) गांव में बतख के द्वारा कुल्हड़ और सब्जी को नुकसान पहुंचाने के विवाद में बृहस्पतिवार को चचेरे भाइयों ने लाठी-डंडे से हमला कर दिया। जानलेवा हमले में गंभीर रूप से घायल राधेश्याम प्रजापति (45) की उपचार के दौरान बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में मौत हो गई। वहीं, उसकी पत्नी रीता देवी और बेटा गोलू घायल हैं। प्रकरण को लेकर राधेश्याम के भाई गुड्डू की तहरीर के आधार पर राजेंद्र, उसकी पत्नी सावित्री और उसके भाई बबलू के खिलाफ रोहनिया थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
रोहनिया थाना क्षेत्र के केशरीपुर (अम्माताली) गांव निवासी मिट्टी का बर्तन बनाने वाले राधेश्याम प्रजापति और उसके चचेरे भाइयों राजेंद्र व बबलू के बीच जमीन व रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। बृहस्पतिवार की सुबह राजेंद्र के बतख राधेश्याम के दरवाजे पर जाकर उसके मिट्टी के कुल्हड़ और सब्जी को नुकसान पहुंचा दिए। इसकी शिकायत राधेश्याम ने राजेंद्र से की।
बीचबचाव में आई पत्नी और बेटों पर भी हमला
आरोप है कि इसे लेकर राजेंद्र और उसका भाई बबलू उग्र हो गए। दोनों लाठी-डंडा लेकर राधेश्याम पर टूट पड़े। बीचबचाव करने आई राधेश्याम की पत्नी और बेटे को भी दोनों भाइयों ने पीटा। मारपीट में गंभीर रूप से घायल राधेश्याम को बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान शाम के समय उसकी मौत हो गई।