मुरादाबाद। दो साल पहले हुए चावल घोटाला के मामले में अभी जिला प्रशासन को साढ़े चार करोड़ रुपये वसूलना बाकी है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में दो मिलों की शीघ्र नीलामी कर पैसा वसूला जाएगा।
मुरादाबाद में 2021 में सहकारी समितियों पीसीएफ ने धान की खरीद की थी। धान कुटाई के लिए ठाकुरद्वारा स्थित श्री साईं इंडस्ट्रीज और शिव ट्रेडिंग कंपनी को 3186 मीटरी टन भेजा गया। इसी प्रकार एसएफसी (स्टेट फूल कारपोरेशन) ने श्री कृष्णा इंटरप्राइजेज और महादेव राइस मिल को धान कुटाई करने के लिए 1444 मीटरी टन भेजा था।
आरोप था कि कुटाई के बाद चावल विपणन विभाग को सौंपा नहीं गया। इस मामले में जांच के बाद जिला विपणन अधिकारी समेत कई अधिकारी हटाए गए थे। स्थिति को गंभीर मानते हुए डीएम के आदेश पर 20 नवंबर 21 को चारों मिल मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। इस बीच श्री कृष्णा इंटरप्राइजेज ने अपना पूरा बकाया 26 लाख रुपये का भुगतान कर दिया।
डिप्टी आरएमओ राजेश्वर प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस ने श्री साईं इंडस्ट्रीज और शिव ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की है। दोनों मिलों के नीलामी की प्रक्रिया करना बाकी है। महादेव राइस मिल की नीलामी पर 84 लाख रुपये वसूला गया है लेकिन करीब 37 लाख रुपये बाकी है। बकाया पैसे को अचल संपत्ति नीलाम कर वसूला जाएगा। मंडलायुक्त ने भी बैठक कर वसूली की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए हैं।
2018 में भी हुआ था 64 लाख का घोटाला
डिप्टी आरएमओ ने बताया कि ठाकुरद्वारा की एमके एग्रोटेक रतूपुरा ने 64 करोड़ के धान का घोटाला किया था। काफी दबाव बनाने पर 18 लाख रुपये जमा किया। अभी 46 लाख 40 हजार रुपये बाकी है। इस मामले में मिल प्रबंधन के खिलाफ आरसी जारी की गई है। अभी चारों मिलों से चार करोड़ 67 लाख की वसूली बाकी है। इस मामले में चार राइस मिलों को ब्लैक लिस्ट में भी डाला गया है। दागदार मिलों को किसी प्रकार का काम उनके विभाग की तरफ से नहीं दिया जाएगा।