सुरेंद्र हत्याकांड
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गोरखपुर जिले में देवीपुर गांव के सुरेंद्र की हत्या के आरोपी चाचा और भाइयों के जेल जाने के बाद उनके घर पर सन्नाटा पसरा है। मां भी एक रिश्तेदार के घर चली गई हैं और घर पर ताला लटका है। थोड़ा आगे जाने पर प्रधान का घर है। वहां शुभचिंतक दरवाजे पर बैठे चर्चा कर रहे थे कि सीसीटीवी कैमरे और पुलिस की जांच की वजह से प्रधान बच गए, नहीं तो आज यहां पर कोई नजर नहीं आता। लोग पुलिस के काम की तारीफ कर रहे हैं। प्रधान संघ के पदाधिकारी निष्पक्ष जांच के लिए पुलिस को सम्मानित करने की बात कह रहे हैं।
गांव के छोटेलाल कहते हैं, जानते तो सभी लोग थे कि हत्या, प्रधान के घरवालों ने नहीं की है। लेकिन रामजीत सीधे आरोप लगा रहा था और पुलिस पूछताछ के लिए भी ले गई, इस वजह से डर लग रहा था कि बेगुनाह न फंस जाएं। अच्छा रहा कि सीसीटीवी कैमरा घर के पास ही होने का फायदा मिल गया।
प्रधान की मां मैना देवी कहती हैं, बेटे और बहू को फंसाने की कोशिश की गई। रामजीत बहुत दिनों से कह रहा था कि फंसा देगा, लेकिन पुलिस की जांच की वजह से बच गए। बहुत खुशी है, नहीं तो कोर्ट-कचहरी के चक्कर में पड़ते और बेगुनाह साबित होने में ही लंबा समय लग जाता।
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गांव के ही मोनू बताते हैं कि घटना के बाद रामजीत सीधे प्रधान के घर पर आ गया था। आते ही वह आरोप लगाने लगा। जब कैमरा लगाया जा रहा था, तब सबको लग रहा था कि इसकी कोई बहुत जरूरत नहीं है, लेकिन आज उसकी वजह से ही सच सामने आ पाया है।