ट्रेन में गोलीबारी के आरोपी चेतन के गांव में चर्चा करतीं महिलाएं
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रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक कांस्टेबल ने सोमवार को जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस ट्रेन (12956) में अपनी सर्विस रिवाल्वर से सहायक निरीक्षक (एएसआई) और तीन यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी। ट्रेन के कोच बी-5 में हत्या की यह घटना पालघर और बोरिवली स्टेशन के बीच सुबह करीब 5 बजे हुई। तड़के सोकर उठे यात्री खून का मंजर सामने देख सहम उठे। आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी हाथरस के मीतई का रहने वाला है, इस घटना के बाद उसके गांव में चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) आयुक्त रवीन्द्र शिसवे ने बताया कि आरपीएफ कांस्टेबल चेतन कुमार चौधरी अपने एस्कॉर्ड ड्यूटी प्रभारी एएसआई टीका राम मीणा को चलती ट्रेन में गोली मार दी। अपने सीनियर को गोली मारने के बाद चेतन कुमार एक अन्य बोगी में गया और तीन यात्रियों को गोली मारी। आरोपी चेतन ने ट्रेन के पालघर रेलवे स्टेशन से गुजरने के बाद फायरिंग की। उसने अपनी सर्विस गन एकेएम से फायरिंग की जो एके 47 का मोडीफाइड वर्जन है। उसने बी-5 में एएसआई और एक यात्री को, जबकि एक को पैंट्री कार और एक को एस-6 में गोली मारकर हत्या की।
एस्कार्ट प्रभारी टीकाराम मीणा व तीन यात्रियों को गोली मारने के बाद बोरिवली पहुंचने से पहले दहिसर में ट्रेन की रफ्तार धीमी हुई तो कांस्टेबल चेतन कुमार गाड़ी से उतरकर भागने लगा। मीरा रोड में पुलिस ने जीआरपी और आरपीएफ अधिकारियों की मदद से कांस्टेबल को पकड़ लिया। जीआरपी आयुक्त ने बताया कि कांस्टेबल को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है। सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं। वहीं, चेतन के साथ ट्रेन में तैनात दो अन्य कांस्टेबल से भी घटना के बारे में पूछताछ की गई है। लेकिन उन्होंने हत्या की वजह का खुलासा नहीं किया। वहीं, एएसआई समेत तीन यात्रियों के शव को बोरिवली में उतारकर शताब्दी हास्पिटल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पश्चिम रेलवे के मुख्य प्रवक्ता सुमित ठाकुर ने कहा कि ट्रेन में मृत तीन यात्रियों की पहचान की जा रही है।