नौरंगाबाद नौदेवी मंदिर में नवरात्र को लेकर सजी नौदेवियां।
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शारदीय नवरात्र को लेकर उपवास की तैयारियां शुरू हो गई है। नौ दिनों तक माता रानी का पूजन होगा। इससे पूरा माहौल भक्तिमय हो जाएगा। सभी देवी मंदिरों में इस बार भव्य एवं खास तैयारी की गई है। भजन- कीर्तन समेत धार्मिक अनुष्ठान होंगे। घरों में भी देवी का पूजन होगा। भक्तों ने नवरात्र की पूर्व संध्या पर बाजार में माता रानी की चुनरी, नारियल, मेवा, प्रसाद, पूजन की थाल और फलाहार की खरीदारी की। रेलवे रोड, रामघाट रोड, सुदामापुरी, एटा चुंगी, नौरंगाबाद, आगरा रोड, नौरंगाबाद, बारहद्वारी, सेंटर प्वाइंट, क्वार्सी चौराहा आदि बाजारों में दुकानें सज गई है। भक्तों ने माता की प्रतिमा के साथ ही घट की स्थापना करने की तैयारी कर ली है। नवरात्र व्रत पर महंगाई का खासा असर देखने को मिल रहा है। व्रत से कूटू आटा, सिंघाडा आटा, राम साबूदाना आदि सामग्री की कीमतें बढ़ी हुई है। फलों की कीमतें भी बढ़ गई हैं।
घट स्थापना के लिए सर्वोत्तम मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पं. हृदय रंजन शर्मा के अनुसार 15 से 23 अक्तूबर शारदीय नवरात्र रहेंगे। रविवार को घट स्थापना के लिए सर्वोत्तम मुहूर्त प्रात: काल 7:48 से दोपहर 12:05 तक चर, लाभ और अमृत के तीन विश्व प्रसिद्ध चौघड़िया मुहूर्त उपलब्ध होंगे। घरेलू, व्यापारी एवं पढ़ने- लिखने वाले लोगों के लिए यह समय उत्तम माना जाएगा। दोपहर 1:30 से दोपहर 3:00 के बीच एक और शुभ मुहूर्त उपलब्ध होगा। 23 अक्तूबर को नवमी तिथि पर दुर्गानवमी का पूजन होगा। 24 अक्तूबर को विजयदशमी पर मां दुर्गा मुर्गे पर सवार होकर देवलोक को गमन करेंगी।
पितरों को भावभीनी विदाई
श्राद्ध पक्ष शनिवार को सम्पन्न हो गया। पितृ विसर्जन अमावस्या पर पितरों को भावभीनी विदाई दी गई। ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के 16 दिनों के दौरान पितर धरती पर उतरते हैं और अमावस्या के दिन उनकी विदाई की जाती है। विदाई देने के साथ ही उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाती है। इस मौके पर सभी पितरों का श्राद्ध और पिंडदान किया गया। बड़ी संख्या में लोग गंगा स्नान को पहुंचे और पवित्र गंगाजल में डुबकी लगाकर उन्होंने दान-पुण्य भी किया।