पंजाबी सिनेमा का बड़ा नाम रहीं अभिनेत्री वामिका गब्बी के लिए आने वाले 10 दिन उनके करियर के लिए काफी अहम साबित होने वाले हैं। वामिका गब्बी की वेब सीरीज ‘चार्ली चोपड़ा एंड द मिस्ट्री ऑफ सोलंग वैली’ 26 सितंबर को रिलीज होने जा रही है। और, इसके ठीक बाद वह नेटफ्लिक्स की फिल्म ‘खुफिया’ में भी भी लीड रोल करती नजर आएंगी। ‘चार्ली चोपड़ा एंड द मिस्ट्री ऑफ सोलंग वैली’ में अपनी भूमिका वामिका गब्बी फीबी वॉलर ब्रिज से प्रेरित बताती हैं, वहीं फिल्म ‘खुफिया’ में वह एक ऐसे रॉ एजेंट की पत्नी की भूमिका निभा रही हैं, जो साल साल 2004 में खुफिया एजेंसियों की नजर से एकाएक गायब हो गया था।
अगाथा क्रिस्टी के चर्चित उपन्यास पर आधारित वेब सीरीज सीरीज ‘चार्ली चोपड़ा एंड द मिस्ट्री ऑफ सोलंग वैली’ मर्डर मिस्ट्री पर आधरित है। इस सीरीज में वामिका गब्बी एक पंजाबी जासूस की भूमिका निभा रही हैं। वामिका गब्बी कहती हैं, ‘इस किरदार को निभाने के लिए मैने फीबी वॉलर ब्रिज के किरदार से प्रेरणा ली। जब विशाल भारद्वाज सर मुझे ‘चार्ली चोपड़ा एंड द मिस्ट्री ऑफ सोलंग वैली’ में मेरे किरदार के बारे में बताया तो मेरा ध्यान तुरंत फीबी वॉलर ब्रिज के शो ‘फ्लीबैग’ पर गया।’
अभिनेत्री वामिका गब्बी कहती हैं, ‘फीबी वॉलर ब्रिज का शो ‘फ्लीबैग’ मुझे बहुत पसंद है। इस शो का लेखन निर्देशन के अलावा फीबी वॉलर ब्रिज ने जिस तरह से इसमें अभिनय किया वह मुझे काफी प्रभावशाली लगा। इस शो में जो तकनीक प्रयोग में लाई गई है, उससे किरदार व्यक्तिगत स्तर पर दर्शकों से जुड़ा रहता है। विशेष रूप से अजीब और यथार्थवादी स्थितियों के दौरान जब वह रील और वास्तविक दुनिया के बीच के अंतर को खत्म कर देता है।’
दरअसल, ये तकनीक सिनेमा की भाषा में फोर्थ वॉल ब्रेक करना कहलाती है। किसी भी फिल्म को देखते समय फ्रेम की लंबाई, चौड़ाई और गहराई दिखती है। अगर इसे बॉक्स या क्यूब के रूप में समझें तो दर्शक इसकी चौथी दीवार बनाते हैं। कोई किरदार जब फिल्म में काम करते करते दर्शकों से मुखातिब होकर कुछ कहता है तो सिनेमा की भाषा में इसे फोर्थ वॉल ब्रेक करना कहते हैं। वामिका कहती हैं, ‘मैंने ‘चार्ली चोपड़ा एंड द मिस्ट्री ऑफ सोलंग वैली’ में ऐसा ही किया है। उम्मीद करती हूं कि इस शो का दूसरा सीजन जल्द शुरू हो और मुझे ऐसा करने का मौका फिर से मिले।’