अलीगढ़ डीएम इंद्र विक्रम सिंह
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डीएम साहब मैं जिंदा हूं, लेकिन मेरे भाई-भतीजे ने फर्जी तरीके से मेरा मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाकर किसी महिला को मेरी पत्नी के रूप में दर्शाकर उसके नाम पर पेंशन स्वीकृत करा दी है, जबकि पत्नी की एक साल पूर्व ही मृत्यु हो चुकी है। गांव में जाने पर परिजनों द्वारा मुझे मारपीट कर भगा दिया जाता है। जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को मामले की जांच सौंपते हुए फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र तैयार करने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
थाना पिसावा क्षेत्र के गौंदोली निवासी पूर्व सैनिक डालचंद सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने डीएम इंद्र विक्रम सिंह को बताया कि वह जिंदा हैं, लेकिन मेरे परिवार के भाई एवं भतीजे ने मिलकर उन्हें मृतक दर्शाते हुए फर्जी तरीके से मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करा लिया है। इतना ही नहीं परिवार की किसी महिला को फर्जी तरीके से उनकी पत्नी बताते हुए उसके नाम पेंशन भी मंजूर करा दी है।
डालचंद ने बताया कि पत्नी की एक साल पूर्व ही मृत्यु हो चुकी है। सैनिक बोर्ड पहुंचकर शिकायत करते हुए अभिलेखों की जांच कराई तो पता चला कि उसमें मृत्यु प्रमाणपत्र लगा हुआ है और उन्हें मृत दर्शाया गया है। डालचंद ने आरोप लगाया कि जब भी वे गांव में जाते हैं तो परिवार के लोग उन्हें मारपीट कर भगा देते हैं, ताकि मामले में शिकायत पर जांच होने पर किसी को उसके जिंदा होने का सबूत न मिल सके।
डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने बताया पूरे प्रकरण को जांच के लिए जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को भेजा गया है। जांच में दोषी मिलने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।