सपा नेता आजम खां
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रामपुर के डूंगरपुर प्रकरण के पांच मामलों में एमपी-एमएलए (सेशन ट्रायल) कोर्ट ने सुनवाई करते हुए गवाहों के पेश न होने पर कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की। कोर्ट ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर गवाहों को पेश करने के आदेश दिए हैं। आदेश की प्रति गंज कोतवाल को भी भेजी गई है।
सपा शासन में डूंगरपुर बस्ती को खाली कराया गया था, जिसमें वहां के लोगों ने 12 मुकदमे भाजपा सरकार आने के बाद 2019 में दर्ज कराए थे। जिसमें आरोप लगाया था कि सपा नेता आजम खां के इशारे पर बस्ती में तमाम सपाई घुस आए थे और उनके घरों को बुलडोजर से गिरा दिया गया।
साथ ही मारपीट की गई लूटपाट भी की गई। जिसमें सपा नेता आजम खां, पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर अहमद खां, रिटायर्ड सीओ आले हसन, पूर्व जिलाध्यक्ष ओमेंद्र सिंह चौहान, फसाहत अली खां शानू समेत कई को नामजद किया गया था। यह मामला इन दिनों एमपी-एमएलए (सेशन ट्रायल) कोर्ट में विचाराधीन है।
कोर्ट में बृहस्पतिवार को पांच मामले की सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान गवाह नहीं पहुंचे, जिस पर कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है। पत्र में गवाहों को कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए हैं। साथ ही इस मामले की एक प्रति गंज कोतवाल को भी भेजी गई है। इस मामले की अगली सुनवाई दो सितंबर को होगी।