रेलवे स्टेशन पर सड़े आलू से बन रहे समोसे
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लाइनपार क्षेत्र से रेलवे स्टेशन पर सड़े हुए आलू के समोसे व सब्जी की सप्लाई लगातार जारी है। रेलवे की टीम ने दिखावे के लिए चेकिंग भी की लेकिन दुकानदारों पर कोई असर नहीं हुआ। वेंडरों ने बगावत की तो घटिया आलू के समोसे बनाकर दुकानदारों ने खुद ही स्टेशन तक पहुंचाए।
रेलवे के कुछ जिम्मेदार इन दुकानदारों को बचाने में लगे रहे। उनका कहना था कि रेलवे के साथ इनका संबंध नहीं है। बावजूद स्टेशन पर इनके उत्पादों की सप्लाई क्यों हो रही है, इसका जवाब किसी के पास नहीं था। सीनियर डीसीएम सुधीर सिंह ने रेल मुख्यालय को स्टेशन पर खाद्य सामग्री की सैंपलिंग कराने के लिए पत्र लिखकर इतिश्री कर ली है।
जब तक टीम यहां आकर सैंपल लेगी तब तक तमाम लोग घटिया सामग्री खरीदकर खा चुके होंगे। आलू में कीड़े होने की वीडियो के बावजूद रेलवे ने इन दुकानदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। जिला प्रशासन या खाद्य सुरक्षा विभाग से समन्वय कर इन पर रोक लगाने का प्रयास भी नहीं किया।
सीएमआई जेके ठाकुर ने बताया कि उन्होंने आरपीएफ के जवानों के साथ लाइनपार क्षेत्र का जायजा लिया। हालांकि दुकानदारों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। स्टेशन पर घटिया व स्वास्थ्य के लिए हानिकारक खाद्य सामग्री की सप्लाई करने वाले लोगों के कारण रेलवे की छवि लगातार खराब हो रही है। कैटरिंग इंस्पेक्टर से लेकर अधिकारी तक इस विषय पर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।
इस तरह हुआ खुलासा
रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले वेंडर जब ठेकेदारों के खिलाफ धरने पर बैठे तो कई चीजों का खुलासा हुआ। पता चला कि स्टेशन पर बिकने वाले समोसे और सब्जी जिन आलू से तैयार किए जा रहे हैं वह सड़े हुए हैं। जिन चावलों से बिरयानी बनाई जा रही है, उनमें कीड़े लगे हैं।
वेंडरों की मांग 10 में से तीन रुपये कमीशन की थी लेकिन पूरी नहीं हुई तो उन्होंने यह काला खेल उजागर कर दिया। लाइनपार क्षेत्र में रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार और केजीके कॉलेज वाले पुल के पास ऐसे 10 से ज्यादा गोदाम हैं जहां यह घटिया सामान तैयार होता है।
इसके बाद वेंडर उसे अपनी टोकरियों में लेकर स्टेशन पर यात्रियों को बेच देते हैं। वेंडरों ने मीडिया के सामने एक-एक कर सभी दुकानों में जाकर आलू व चावल की स्थिति दिखाई।
रेलवे की एसआईजी टीम ने किया स्टेशन का निरीक्षण
रेलवे की एसआईजी टीम ने बृहस्पतिवार को रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। इसमें वाणिज्य, इंजीनियरिंग, बिजली समेत रेलवे के सभी विभागों के मुखिया अधिकारी शामिल रहे। स्टेशन पर यात्री सुविधाओं, निर्माण संबंधी खामियों, साफ सफाई आदि पर स्टाफ को निर्देश दिए।
सीनियर डीसीएम ने शौचालयों में गंदगी देखकर नाराजगी जताई। इसके अलावा इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों ने निर्माण व मरम्मत संबंधी कार्यों को देखा। प्लेटफार्म नंबर एक पर लिफ्ट के काम को जल्द पूरा कराने की चर्चा की।