मुरादाबाद। निकाय चुनाव के बाद नगर निगम बोर्ड की पहली बैठक 22 जून को होगी। इसकी सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। इससे पहले नवनिर्वाचित पार्षदों की नब्ज टटोलने के लिए निगम के अधिकारियों ने विकास कार्यों पर चर्चा व पार्षद-अधिकारियों के परिचय के बहाने 20 जून को बैठक बुलाई है। इसके बाद 22 जून को नगर निगम बोर्ड की बैठक होगी। इसकी सूचना भी पार्षदों को भेज दी गई है।
70 पार्षदों वाले इस नगर निगम में इस बार 53 पार्षद नये चुने गए हैं। राजनीतिक समीकरण भी पिछले बोर्ड के मुताबिक बदला है। पिछले बोर्ड में सपा प्रमुख विपक्षी दल के रूप थी, लेकिन इस बार उसकी जगह कांग्रेस ने ले ली है। महापौर के अलावा सर्वाधिक 35 पार्षद भाजपा के हैं। 22 पार्षदों के साथ कांग्रेस सदन में मजबूत विपक्ष के रूप में उभरी है। सपा के तीन, बसपा के दो, एक रालोद और सात निर्दलीय पार्षद हैं। शपथ ग्रहण के बाद से ही बोर्ड की पहली बैठक को लेकर महापौर और नगर निगम के अधिकारी कवायद में जुटे थे। बीच में बोर्ड की बैठक से पहले कार्यकारिणी के चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई। लेकिन अब सीधे बोर्ड की बैठक के लिए 22 जून की तिथि निर्धारित कर ली गई है।
टाउनहाल सभागार में सुबह 11:00 बजे बुलाई गई इस बैठक की सूचना भी सभी पार्षदों को भेज दी गई है। सूत्र बताते हैं कि नगर निगम अधिकारियों का मानना है कि बोर्ड की पहली बैठक काफी हंगामेदार हो सकती है। स्मार्ट सिटी के बेतरतीब ढंग से हो रहे कार्यों से शहर के लोगों को होने वाली दिक्कत से लेकर शहर की साफ-सफाई व्यवस्था, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, सड़क और सीवर लाइन के कार्य आदि का मुद्दा उठा कर विपक्षी पार्षद महापौर और नगर निगम अधिकारियों को अपने सवालों से घेर सकते हैं। लिहाजा नगर निगम के अधिकारी बोर्ड की बैठक से पहले पार्षदों की नब्ज टटोलना चाहते हैं। इसके लिए नगर निगम प्रशासन की ओर से विभिन्न विभागों द्वारा संपादित कराए गए कार्यों और कार्यकारिणी से परिचय के नाम पर 20 जून को एक बैठक टाउनहाल सभागार में बुलाई गई है।
22 जून को बुलाई गई बोर्ड बैठक के एजेंडे में यह हैं चार बिंदु
नवनिर्वाचित पार्षदों का महापौर द्वारा स्वागत।
नगर निगम सीमा अंतर्गत महानगर के विकास कार्यों पर चर्चा।
कार्यकारिणी के गठन पर चर्चा।
अन्य बिंदु महापौर की अनुमति से।