पागल कुत्ते के काटने से मासूम की मौत
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
जालौन जिले के कोंच कस्बे में हर गली कूचे में आवारा कुत्तों का आतंक व्याप्त है। कुत्तों के झुंड गलियों में जगह-जगह देखे जा सकते हैं। यह कुत्ते निकलने वाले राहगीरों पर हमला कर देते हैं। कुत्तों के काटने की घटना अक्सर होती रहती है। रात बिरात आवारा कुत्ते अनजान राहगीर को देखकर घेर लेते हैं।
इनका भरोसा नहीं रहता कब काट लें। इसके बावजूद नगरपालिका के पास आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए कोई इंतजाम नहीं है। आवारा कुत्ते लोगों के लिए मुसीबत बन चुके हैं। जिला अस्पताल में ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब बीस से पच्चीस लोग एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगवाने न आते हों।
हाल ही में एक पागल कुत्ते के काटने से ढाई साल की बच्ची की इलाज के दौरान झांसी में मौत हो गई। मासूम में भी कुत्ते जैसे लक्षण आ गए थे, जिसने मरने से पहले उसने गांव के लगभग आधा सैकड़ा लोगों को काटा है। जो अब सीएचसी कोंच में एंटी रैबीज के इंजेक्शन लगवा रहे हैं।