महाकुंभ के मद्देनजर हुई बैठक में मौजूद साधु-संत।
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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के साथ मेला प्रशासन ने शनिवार को सर्व सम्मति से महाकुंभ-2025 के शाही स्नान की तिथियों का एलान किया। 13 जनवरी 25 को पौष पूर्णिमा पर प्रथम शाही स्नान के साथ ही 45 दिवसीय दिव्य एवं भव्य महाकुंभ का श्रीगणेश होगा। कमिश्नरी के गांधी सभागार में दिन के 11 बजे शुरू हुई अखाड़ा परिषद के साथ प्रशासन की पहली बैठक में सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
साधु-संतों के साथ ज्ञान की गहरी जड़ों के रूप में संगम तट पर स्थित अक्षयवट, पातालपुरी, सरस्वती कूप के साथ भरद्वाज आश्रम और द्वादश माधव मंदिर कॉरिडोर के विकास की परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। बताया गया कि लैंड स्केपिंग, साइनेज के साथ ही तीर्थों के प्रवेश द्वारों का भी निर्माण कराया जा रहा है।
इसके तहत प्रमुख मंदिरों का भी विकास प्रस्तावित है। जिसमें नागवासुकि मंदिर, अलोपशंकरी देवी मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, पंडिला महादेव मंदिर, कोटेश्वर महादेव मंदिर, कल्याणी देवी मंदिर तथा तक्षक तीर्थ भी शामिल हैं।
इसके अलावा विकास परियोजनाओं की प्रगति की भी जानकारी दी गई। बताया गया कि इनर रिंग रोड, प्रयागराज-रायबरेली-लखनऊ मार्ग, प्रयागराज- अयोध्या तथा प्रयागराज- बांदा राजमार्ग पर पड़ने वाली रेलवे क्रासिंग जसरा में बाईपास के निर्माण के साथ एयरपोर्ट के विस्तारीकरण और सूबेदारगंज में रेल ओवर ब्रिज का भी निर्माण प्रस्तावित है।