संगम।
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कोरोना महामारी के समय सैलानियों की संख्या में आयी गिरावट के बाद एक बार फिर सैलानियों को संगम नगरी भाने लगी है। बीते वर्षों के मुकाबले विदेशी मेहमानों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई। संगम नगरी के नाम से पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान रखने वाला प्रयागराज हमेशा से सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। अर्द्धकुंभ-महाकुंभ के अलावा प्रत्येक वर्ष लगने वाले माघ मेले में भी लाखों श्रद्धालु, पर्यटक संगमनगरी पहुंचते रहे हैं। लेकिन, कोरोना महामारी के समय प्रयागराज में भी सैलानियों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई।
पर्यटन विभाग के मुताबिक कोरोना के पहले एक वर्ष में प्रयागराज में विदेशों से तकरीबन 66689 सैलानी पहुंचते थे। वहीं कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद 2021 में यह संख्या घट कर मात्र 189 रह गई। विदेशियों के साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले सैलानियों की संख्या में भी कमी दर्ज की गई।
इसी तरह कोरोना के पहले देश के अलग-अलग हिस्सों से संगम नगरी पहुंचने वाले सैलानियों की संख्या तकरीबन 3,18,67,069 थी जो 2021 में घटकर 1,12,13,307 रह गई। हालांकि इसके बाद शहर में आने वाले सैलानियों की संख्या में इजाफा हुआ है। वर्ष 2022 में प्रयागराज में देश के विभिन्न राज्याें और शहरों से आने वाले पर्यटकों की संख्या 2 करोड़ से अधिक रही, यानी कुल 2,60,45,271 लोग संगम नगरी आए।