ajay julie case
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जूली के लिए सरहद लांघकर बांग्लादेश पहुंचा अजय वतन वापसी आने के लिए लाख जतन कर रहा है। उसने बताया कि जूली पर उस पर दबाव बना रही है कि वह धर्म परिवर्तन करके यहीं रहे। जूली ने जिस बेटे की मौत होने की बात अजय और उसके परिवार को बताई थी वो बेटा बांग्लादेश में जिंदा निकला।
अजय भारत आने की बात करता है तो जूली और उसके परिवार के लोग अजय के साथ मारपीट करते हैं। सिविल लाइंस के गौतम नगर नया गांव में किराये के मकान में परिवार के साथ रहने वाले टैक्सी चालक अजय कुमार की दो साल पहले फेसबुक के जरिए बांग्लादेश के गाजीपुर निवासी जूली से दोस्ती हुई थी।
इसके बाद दोनों के बीच फोन पर ही लंबी बात होती थी। जूली ने अजय को बताया था कि उसके पति की मृत्यु हो चुकी है। उसकी 11 साल की एक बेटी है। एक साल पहले जूली अपनी बेटी हलीमा को लेकर अजय के घर आ गई थी। यहां आकर जूली ने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया था। इसके बाद मंदिर में शादी कर ली थी।
15 दिन जूली बांग्लादेश चली गई थी। कुछ दिन बाद ही जूली फिर यहां आ गई थी। तीन माह पहले अजय को अपने साथ ले गई थी। इसके बाद से अजय जूली के घर बांग्लादेश के गाजीपुर में रह रहा था। दस जुलाई के बाद अजय ने अपने खून से लथपथ फोटो भेजे थे।