मुरादाबाद के कई मोहल्लों में भरा पानी
– फोटो : राजू सैनी
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आफत बन कर आई बारिश का असर अब भी दिख रहा है। शहर की कई काॅलोनियों में जलनिकासी नहीं होने से लोग जलभराव की समस्या से जूझते रहे। जिन घरों और दुकानों में पानी भर गया था वह लोग सोमवार को अपने घर-दुकानों की सफाई करते नजर आए। वहीं कुछ लोग भीगे सामानों को सुखाते रहे। कई कॉलोनियों में भरा पानी नालों के ओवरफ्लो होने के कारण नहीं निकल सका।
इस कारण कॉलोनियां जलमग्न रहीं। इससे लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त रहा। लोग नगर निगम को कोसते नजर आए। पॉश कॉलानी मानसरोवर की कई सड़कों पर दूसरे दिन भी पानी भरा रहा। इसके अलावा कॉशीराम कॉलोनी में जाने वाले मार्ग पर करीब पांच सौ मीटर तक एक से दो फीट पानी भरा रहा।
यही स्थिति रामलीला मैदान को जाने वाली सड़क का रहा। इस सड़क पर भी एक से दो फिट तक बारिश का पानी भरा रहा। इससे आवागमन में लोगों को दिक्कत हुई। भोलानाथ कॉलोनी की लगभग सभी सड़कें दूसरे दिन भी जलमग्न रहीं। इसके चलते करीब तीन हजार की आबादी प्रभावित रही।
डीएम ने बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का लिया जायजा
डीएम मानवेंद्र सिंह ने रामगंगा विहार में चल रहे सीवरेज कार्य का औचक निरीक्षण कर अधिकारियों से पूछताछ की। इसके बाद सीएल गुप्ता आई इंस्टीट्यूट के पीछे बह रही रामगंगा नदी का भी जायजा लिया। रामगंगा नदी के पास नाले की पुलिया टूटी होने पर डीएम ने नगर आयुक्त से उसको ठीक कराने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने बताया कि पुलिया सिंचाई विभाग ने बनवाया था।
डीएम ने बुद्धि विहार स्थित सीवर स्टेशन का औचक निरीक्षण कर नगर आयुक्त संजय चौहान से जानकारी ली। डीएम ने नगर आयुक्त से सवाल किया कि यह सीवर स्टेशन कब बनाया गया। इस बीच एक अधिकारी ने बताया कि एमडीए काॅलोनी के विकास के दौरान इसका निर्माण हुआ था। इसके बाद डीएम आरटीओ आफिस गांगन तिराहा के पास बह रही गांगन नदी की स्थिति देखने के लिए गए।
डीएम ने अधिकारियों से सवाल किया कि यहां कहां-कहां से पानी आता है। इस मामले में नगर आयुक्त ने बताया कि सीवर लाइनों का भी पानी नदी में छोड़ा जाता है। डीएम ने करुला नाले का भी निरीक्षण किया। नगर आयुक्त ने बताया कि यह शहर का सबसे बड़ा नाला है।
इसमें कई बस्तियों का पानी आता है। डीएम ने नाले की नियमित रूप से साफ-सफाई के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त संजय चैहान, नगर मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव, अपर नगर आयुक्त और नगर निगम के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
15 घंटे बाद चालू हुआ मुरादाबाद-बरेली रेलमार्ग, सभी ट्रेनें बहाल
बारिश के कारण मूंढापांडे-रामपुर के बीच रेलवे ट्रैक पर जलभराव की समस्या सोमवार सुबह आठ बजे समाप्त हुई। 15 घंटे बाद मुरादाबाद-बरेली रेलमार्ग की अप लाइन पर संचालन शुरू हुआ। रविवार रात को अप लाइन की आठ ट्रेनें निरस्त की गई थीं। जबकि तीन ट्रेनों को वाया चंदौसी चलाया गया था।
सोमवार को सभी ट्रेनें बहाल कर दी गई हैं। रविवार को मेरठ जा रही राज्यरानी एक्सप्रेस को बरेली में ही निरस्त करना पड़ा था। इस वजह से 11 सितंबर को लखनऊ के लिए इसका संचालन बरेली स्टेशन से ही करना पड़ा। काठगोदाम-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस रविवार को रामपुर में निरस्त कर दी गई थी।
सोमवार को इसका संचालन नई दिल्ली तक हुआ। सियालदह, पंजाब मेल व गंगा सतलुज एक्सप्रेस एक्सप्रेस रविवार को बरेली कैंट-चंदौसी होकर मुरादाबाद पहुंची थीं। सोमवार को इनका संचालन सामान्य रहा।
इन ट्रेनों के अलावा काठगोदाम-देहरादून, काठगोदाम-जैसलमेर, रामनगर-मुरादाबाद, बालमऊ-शाहजहांपुर, सीतापुर सिटी-शाहजहांपुर, नई दिल्ली-काठगोदाम एक्सप्रेस व मुरादाबाद-संभल हातिम सराय, संभल हातिम सराय-मुरादाबाद पैसेंजर को बहाल कर दिया गया है।