बेटा गलत तो उसे सजा मिले: संदिग्ध आतंकी अहमद रजा की मां ने अफसरों से कहा, परिवार को नहीं किया जाए परेशान

बेटा गलत तो उसे सजा मिले: संदिग्ध आतंकी अहमद रजा की मां ने अफसरों से कहा, परिवार को नहीं किया जाए परेशान



हिजबुल मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकी के पकड़े जाने के बाद आईबी समेत अन्य एजेंसियां उसके गांव पहुंचीं। टीमों ने परिवार से पूछताछ करने के साथ ही ग्रामीणों से अहमद रजा के बारे में जानकारी जुटाई। घर में अहमद रजा की मां और छोटी बहन मौजूद है। मां ही टीमों को जवाब दे रही है। उसने एक ही रट लगा रखी है कि अगर उसका बेटा गलत है तो उसे सजा मिले। मेरे परिवार को परेशान नहीं किया जाए। गुड्डो ने बताया कि बेटे ने एक शादीशुदा महिला से शादी कर ली थी।



परिवार ने इसका विरोध किया लेकिन वो बार-बार उसे घर लेकर आ जाता था। वो घर में आकर झगड़ा करती थी। जिससे तंग आकर बेटे और बहू से संबंध खत्म कर लिए थे। अगर मेरा बेटा गलत लोगों के संपर्क में था तो पुलिस और जांच एजेंसी जांच कर लें। अगर वो गलत है तो उसे सजा मिले। मेरे परिवार के अन्य लोगों ने उससे पहले ही संपर्क खत्म कर लिया था। उन्हें इस मामले में न खींचा जाए। फिलहाल मां टीमों को बेटे के बेदखल किए जाने की जानकारी देती है।


एटीएस ने बृहस्पतिवार को लखनऊ से हिजबुल मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकी अहमद रजा उर्फ शाहरुख को गिरफ्तार किया था। अहमद रजा का परिवार मूंढापांडे थाना क्षेत्र के मिलक गुलड़िया में रहता है। बृहस्पतिवार को एलआईयू और आईबी की टीम ने रहमत रजा के घर जाकर पूछताछ की। मां गुड्डो से टीम ने पूछताछ की। उसने बताया कि उसका बेटा अहमद रहमत रजा हाफिज बन गए था। वह जयपुर में मदरसे पढ़ता था। वहां मध्य प्रदेश निवासी सलीम की बेटी आसमां उर्फ खतीजा से 2019 में प्रेम विवाह कर लिया था।


आसमां पहले से शादीशुदा थी। गुड्डो ने बताया कि उसका बड़ा बेटा सद्दाम, उसकी पत्नी बीएएमएस डिग्रीधारी हैं। दोनों रामपुर में अस्पताल में नौकरी करते हैं। छोटा बेटा जुनैद 12वीं कक्षा में पढ़ता हैं और रामपुर में कोचिंग कर रहा है। इसके अलावा टीम ने गांव में अन्य लोगों से अहमद रजा और उसके परिवार के बारे में पूछताछ की। आईबी के अलावा कई और एजेंसियां भी गांव में पूछताछ की।


एक हजार से ज्यादा युवा थे अहमद रजा के संपर्क में 

अहमद रजा ने अपने साथ एक हजार से ज्यादा युवाओं को जोड़ लिया था। जिन्हें जिहादी बनाने के लिए प्रशिक्षित कर रहा था। सोशल मीडिया के जरिए उन्हें हिंसात्मक वीडियो भेजता था। अहमद रजा ने फेसबुक आईडी बना रखी थी। जिसमें देशभर के 1500 से ज्यादा लोग जुड़े हैं। इनमें अधिकांश युवा शामिल हैं। एटीएस की जांच में सामने आया है कि उसने सोशल मीडिया पर कई ऐसी वीडियो पोस्ट की थी, जिससे वह युवाओं में देश के प्रति नफरत भरकर उन्हें अपने साथ जोड़ सके।




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