सत्या, लगे रहो मुन्ना भाई, बर्फी, पीके, रेड, युवा जौली एलएलबी जैसी सफल फिल्मों में अभिनय कर चुके प्रख्यात फिल्म अभिनेता व लेखक सौरभ शुक्ला ने कहा कि हम फिल्म बनाते हैं और जब दर्शक उसे पसंद करते हैं तो गर्व होता है। अगर कोई चीज गलत होती है तो उसे सुधारने का प्रयास करता हूं। युवा कलाकार मेहनत करते हैं तो वे और आगे जाएंगे। इस दौरान वह एसएमएस कॉलेज के मॉस कम्यूनिकेशन के विद्यार्थियों से रूबरू हुए। उन्होंने उनके सवालों के जवाब दिया। उन्होंने अभिनय, स्क्रीनिंग प्ले आदि के बार विस्तार से बताया।
दिखाई गईं ये फिल्में
महोत्सव में 13 अक्तूबर को स्क्रीन एक में फिल्म वध(हिंदी), पंचोला कदांबरीवार आधारित (मराठी), आर्ट ऑफ सत्यजीत रे( अंग्रेजी), टोटका(हिंदी), शुर्पनखा(मराठी), बनवारी मदर(हिंदी) को दिखाया गया। और, स्क्रीन दो में फिल्म नाजी( पेरेशिय़न), कैनवास( तमिल), किश टू अर्थ (इटालियन), द ग्रासलैंड विश्पर (चाइनीज), ऑक्साना (अंग्रेजी), व्राजिल प्ले फॉर टाईम (फ्रेंच), द इंडलेस (हिंदी), अनंत की ओर (हिंदी), कॉलम (अंग्रेजी), एक अनोखी रोशनी (हिंदी), चुप्पी (हिंदी), बटरफ्लाई गर्ल 85 (मलयालम), तेरी मेरी कहानी (हिंदी), कॉलिंग चड्डा (हिंदी) दिखाई गई।
आज दिखाई जाएंगी ये फिल्में
महोत्सव में 14 अक्तूबर को स्क्रीन पर फिल्म, मुझे स्कूल नही नही जाना(हिंदी), बाउ जी(हिंदी), द मर्चेंट ऑफ विनाशना(हिंदी), द ग्लास रिज( अंग्रेंजी,हिंदी), स्प्लैश(अंग्रेंजी, कनाडा), काश (हिंदी), पापा और स्मार्ट फोन (हिंदी), जून (हिंदी) दिखाया जाएगा। और, स्क्रीन दो में लाइट्स, ऐनी(तमिल), उरुला( मलयालम), हेक्सिंग(फ्रेंच), अक्कूस अल्लाह( मलयालम), श्रद्धा(हिंदी), ए लवली रिज्युम (हिंदी) दिखायी जाएगी।