मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह
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मणिपुर में दो छात्रों के अपहरण और हत्या के विरोध में दूसरे दिन भी हजारों छात्र सड़कों पर उतरे। छात्रों के पथराव करने पर सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसमें कई छात्र घायल हो गए। वहीं, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया कि दो छात्रों की हत्या करने वाले कुकी उग्रवादियों को गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।
इंफाल के मोइरंगखोम में हजारों छात्रों ने नारेबाजी करते हुए बुधवार को सीएम आवास की ओर मार्च किया। छात्रों को सुरक्षा बलों ने समझाने कीं कोशिश की, लेकिन स्थिति अचानक बिगड़ गई और छात्रों ने पथराव करना शुरू कर दिया। इसके बाद आरएएफ कर्मियों सहित सुरक्षा बलों को उन्हें तितर-बितर करने के लिए कई राउंड आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इसमें कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद लगभग 20 छात्र प्रतिनिधियों को बात करने और सीएम एन बीरेन सिंह को अपना मांग पत्र सौंपने का समय मिला है। इससे एक दिन पहले आरएएफ कर्मियों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प में 45 प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे, जिनमें ज्यादातर छात्र थे।
कुकी उग्रवादियों ने किया जघन्य अपराध
दो छात्रों की हत्या की घटना पर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बुधवार को कहा कि कुकी उग्रवादियों ने जघन्य अपराध किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया कि जिन लोगों ने भी दो युवाओं का अपहण और हत्या की है, उन्हें गिरफ्तार कर सजा दी जाएगी। सीएम ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार, दोनों इस मामले को लेकर बहुत गंभीर हैं। केंद्रीय गृह मंत्री शाह से मंगलवार शाम को मेरी बात हुई। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एक सीबीआई टीम विशेष विमान से भेजने की बात कही थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
बीरेन सिंह ने कहा कि इंफाल पहुंचने के बाद सीबीआई की टीम ने अपनी जांच शुरू कर दी है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि सीबीआई की टीम कहां गई है। दोनों युवाओं के शवों की फोटो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इसके चलते राज्य में मंगलवार से छात्र सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुरक्षाबलों को चेतावनी
सीएम ने कहा कि अगर सुरक्षाबलों ने गोली चलाई या कुछ भी घातक हथियार इस्तेमाल किया तो सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। बड़ी चोटों के मामले में उन्हें न्याय दिलाने के लिए जांच की जाएगी। यदि हमारे बच्चों को हमारे अपने बलों से भी अनुचित व्यवहार मिलता है तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
ताजा घटनाक्रम पर सीएम का बयान
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने ताजा घटनाक्रम पर कहा, एक-डेढ़ महीने से राज्य में दोनों पक्षों के बीच कोई गोलीबारी नहीं हुई थी और शांति स्थापित हो रही थी। इस बीच दो मैतेई बच्चे, एक लड़का और एक लड़की 3 जुलाई को गायब हो गए। हमने उन्हें तलाश करने की कोशिश की और आखिरकार 28 अगस्त को मामला सीबीआई को सौंप दिया। 26 सितंबर को एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें दोनों गायब बच्चों के शव दिख रहे हैं। यह एक दुखद घटना है और कुकी उग्रवादियों की ओर से किया गया जघन्य अपराध है जिसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को मुझे फोन कर कहा कि वह विशेष निदेशक की अगुआई में सीबीआई की टीम भेज रहे हैं। यह टीम बुधवार को पहुंच चुकी है। मैं राज्य के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि हम अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे।
मैतेई छात्रों की हत्या की त्वरित सीबीआई जांच का विरोध
दूसरी ओर, इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम की महिला शाखा ने दो मैतेई छात्रों की हत्या की त्वरित सीबीआई जांच के खिलाफ चुराचांदपुर में प्रदर्शन किया है। फॉरम की संयोजक मैरी जोन ने आरोप लगाया कि कुकी समुदाय के लोगों की हत्याओं और दुष्कर्म की घटनाओं की ऐसी जांच क्यों शुरू नहीं की गई।
भीड़ ने नेता के घर पर हमला करने की कोशिश की
वहीं, मणिपुर में अनियंत्रित भीड़ ने एक नेता के घर पर हमला करने की कोशिश की। हालांकि, सुरक्षा बलों ने इसे नाकाम कर दिया। मणिपुर पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे और उन्हें खदेड़ दिया। हालांकि, बेकाबू भीड़ ने पुलिस की एक जिप्सी को जला दिया, जबकि एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट कर उसका हथियार छीन लिया।
पोस्ट में कहा गया है कि मणिपुर पुलिस इस तरह के हमले की निंदा करती है और ऐसे उपद्रवियों से निपटने के लिए सख्त कदम उठाएगी। हथियारों की बरामदगी और बदमाशों की धरपकड़ के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है।