प्रयागराज माघ मेला। फाइल फोटो
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महाकुंभ-2025 में संगमनगरी में आने वाले श्रद्धालू या फिर मेला क्षेत्र में दुकान लगाने वाले लोग इस बार हीटर, गीजर, पंखा, ब्लोवर या फिर प्रेस जैसे उपकरण का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। तंबुओं में मिलने वाली बिजली सप्लाई में वह सिर्फ बल्ब जला सकेंगे और अपना मोबाइल फोन चार्ज कर सकेंगे। विद्युत सुरक्षा की दृष्टि से पहली बार महाकुंभ में डीसी (डायरेक्ट करंट) सप्लाई देने की तैयारी की जा रही है।
मेला प्राधिकरण की बैठक में इस बाबत चर्चा की गई है, जिसके बाद विद्युत विभाग इस नई व्यवस्था का खाका खींच रहा है और इसका ट्रायल माघ मेला 2023-24 में करने जा रहा है। ट्रायल के सफल होने के बाद कुंभ में इसे बड़े पैमाने पर किया जाएगा। विद्युत विभाग के अधिकारियों का दावा है कि मेला क्षेत्र में सुरक्षित बिजली की सप्लाई मुहैया कराई जाएगी। डीसी सप्लाई से मेला क्षेत्र में शार्ट सर्किट, करंट लगने, आग लगने या फिर फाल्ट की समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।
इसके लिए एलटी पोल पर विशेष कनवर्टर लगाया जाएगा, जोकि एसी को डीसी धारा में बदलकर सप्लाई देगा। सप्लाई लाईन में 11-12 वोल्ट का करंट दौड़ेगा, जोकि बिल्कुल भी खतरनाक नहीं होगा। इस लाइन से श्रद्धालू व दुकानदार केवल और केवल बल्ब जला सकेंगे या फिर अपना फोन चार्ज कर सकेंगे। ज्यादा वोल्टेज के इलेक्ट्रानिक उपकरण इस सप्लाई से नहीं इस्तेमाल किए जा सकेंगे। कनेक्शन में हीटर, गीजर, पंखा या फिर प्रेस जैसे उपकरण लगाने पर वह कार्य ही नहीं कर पाएंगे।