अर्जुन राम मेघवाल
– फोटो : ANI
विस्तार
लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सभी वक्ताओं का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष के नेताओं से यह भी कहा कि क्या आप चाहते हैं कि तुरंत दे दें और सुप्रीम कोर्ट में मामला फंस जाए, लेकिन तकनीकी बातें हैं। इस विधेयक को हम अब फंसने नहीं देंगे। महिलाओं को इंतजार नहीं करना पड़े, इसका पक्का प्रबंध कर रहे हैं। हम नहीं चाहते कि लोग जनहित याचिकाएं लगाएं। उनके पास न तो नीति थी, न नीयत थी, न नेतृत्व था। हमारे पास नीति भी है, नीयत भी है और मोदी जी जैसा नेतृत्व भी है।
‘1992 में कौन सत्ता में था?’
मेघवाल ने कहा कि 1992 की बैच में जो चुनकर आया, वही तो अब सचिव बनेगा। तो 1992 में कौन सत्ता में था? आप अपनी सरकार को कोस रहे हो। आपने तो 1952 में बाबा साहेब आंबेडकर को चुनाव हरवाया। आप तो उन्हें संविधान सभा में भी आने नहीं देना चाहते थे और आप ओबीसी के भले की बात करते हैं? आपने तो आंबेडकर साहब का तैल चित्र भी संसद के केंद्रीय कक्ष में नहीं लगने दिया।
‘जैसे हमने राहुल को हराया, वैसे आपने बाबा साहेब को हराया’
अधीर रंजन चौधरी ने अर्जुन राम मेघवाल की बात का विरोध किया कि उनका दावा बेबुनियाद है। इस पर अमित शाह खड़े हुए और कहा कि जैसे राहुल गांधी को भाजपा ने हराया, वैसे ही बाबा साहेब के सामने जीतकर आने वाले प्रत्याशी कांग्रेस के थे।