बांदा जिले में पूर्व ब्लॉक प्रमुख को गोली मारने की बताई गई घटना पुलिस के गले नहीं उतर रही है। योजनाबद्ध तरीके से कार को रुकवाया गया और फिर दोनों ही हमलावरों ने हथियार उनके सीने में सटा दिया। गोली जांघ में लगी और फिर हमलावर वहां से जंगल की ओर भाग गए।
ऐसे में पुलिस को लग रहा है कि या तो हमलावर सिर्फ डराने और घायल करने आए थे या हकीकत कुछ और है। पूर्व ब्लॉक प्रमुख मिश्री लाल कश्यप का कहना है कि साझेदारी में वर्ष 2006 में कारोबार शुरू किया था। उसके बाद विवाद शुरू हुए। ब्लॉक प्रमुख के अनुसार इसी भय से उन्होंने अपना इकलौता बेटा गोवा भेज दिया था।
उनके अनुसार मिश्रीलाल के अनुसार वर्ष 2012 में पूर्व ब्लॉक प्रमुख मिश्रीलाल ने अपने पारिवारिक चाचा से दो करोड़ 38 लाख की रकम और बांदा में जमीन की प्लाटिंग में लगाई गई 25 लाख की रकम को मांगा था। इसके बाद विवाद शुरू हुआ और 11 साल में पांच बार गांव में और एक बार बांदा में पंचायत हुई, कोई नतीजा नहीं निकला।
ट्रेस किए गए हैं फोन कॉल डिटेल
उन्होंने बताया कि 2020 में भी हमला हो चुका है, जिसकी शिकायत थाने में थी और 2022 में उस वक्त एसपी रहे अभिनंदन को भी शिकायती पत्र दिया था। उसके बाद से ही रंजिश चली आ रही है और इसी वजह से उन पर यह हमला कराया गया। पुलिस ने आरोपियों की वारदात के समय पर उपस्थिति और फोन कॉल डिटेल ट्रेस किए गए हैं।
ब्लॉक प्रमुख की पत्नी बोलीं- इंसाफ नहीं तो चुनेंगे मौत
न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या कर लूंगी। पूर्व ब्लॉक प्रमुख की पत्नी मंजू कश्यप की इस चेतावनी से पुलिस प्रशासन हिल गया है। पत्नी का कहना है कि पूर्व में भी धमकियां मिलीं, बेटे को सुरक्षित करने के लिए गोवा भेज दिया, अब भी न्याय नहीं मिला तो मौत को चुनेंगे।
सपा राष्ट्रीय महासचिव ने घायल पूर्व ब्लॉक प्रमुख का लिया हालचाल
रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में पूर्व ब्लॉक प्रमुख से मिलने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। घायल पूर्व ब्लॉक प्रमुख का सपा के राष्ट्रीय महासचिव विशंभर प्रसाद निषाद ने हालचाल लिया। पत्नी मंजू ने उनसे न्याय की गुहार लगाई। सपा महासचिव ने उन्हें न्याय का आश्वासन दिया है।
जंगल में कार रुकवाकर मारी गोली
फतेहपुर से लौट रहे पूर्व ब्लॉक प्रमुख की कार रुकवाकर बाइक सवार दो हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी। गोली उनकी जांघ को चीरते हुए निकल गई। हमलावर जंगल की ओर भाग गए। शुक्रवार की रात नौ बजे हुई वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस पहुंच गई। पूर्व ब्लॉक प्रमुख को जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।