मुरादाबाद में किसान की हत्या का खुलासा करते एसएसपी हेमराज मीणा
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मुरादाबाद के छजलैट के मतलबपुर में किसान सूखा सिंह की हत्या उसके साढ़ू चंद्रपाल और उसके बेटे पीयूष ने छह लाख रुपये की सुपारी देकर कराई थी। सुपारी देकर हत्या करने वाले जीला साले को पुलिस ने गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। बुधवार शाम पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि छजलैट थाना क्षेत्र के पचोकरा गांव निवासी सूखा किसान था। परिवार में पत्नी कौशल देवी और बेटा था। करीब चार माह पहले बेटे अंकित ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद से सूखा अपनी बहन के सदरपुर मतलबपुर गांव में रहने लगा था।
चार अगस्त की शाम करीब छह बजे सूखा खेत से चारा लेने गया था। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा था। गोली लगी अवस्था में उसका शव पड़ा मिला था। सूखा के भांजे राहुल की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज किया था। पुलिस की जांच में सामने आया था कि सूखा ने अपने मामा के बेटे अर्जुन को 20 बीघा जमीन दान कर दी थी।
इसी जमीन सूखा का साढ़ू चंद्रपाल निवासी बिलावाला थाना भगतपुर हथियाना चाहता था। इसके अलावा बाकी जमीन पर भी चंद्रपाल और उसके बेटे पीयूष की नजर थी। चंद्रपाल ने अपने बेटे पीयूष के साथ चचेरे भाई जितेंद्र को छह लाख रुपये में सूखा की हत्या की सुपारी दी थी।
जितेंद्र ने अपने साले विनीत निवास चिंतावाली मढ़ैया सिंडलाऊ नजर पुर को शामिल किया। आरोपी पिता ने दोनों को एडवांस में 12 हजार रुपये भी दे दिए थे। विनीत ने अपने साथी अरुण सिंह निवासी आधौ नगली थाना भगतपुर को शामिल कर लिया था।
चार अगस्त की शाम एक बाइक पर सवार होकर जितेंद्र, विनीत व अरूण सदरपुर मतलबपुर गांव पहुंच गए। इसके बाद सूखा की तलाश में जुट गए थे। चार अगस्त की शाम गांव के बाहर गन्ने के खेत में छिपकर बैठ गए। इसी दौरान सूखा जंगल की ओर जा रहा था।
इसके बाद आरोपी गन्ने के खेत से बाहर निकल आए और गोली मारकर मौके से भाग गए थे। एसपी देहात संदीप कुमार मीना ने बताया कि गिरफ्तार किए गए विनीत और जितेंद्र को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। फरार तीनों आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम लगी है।