जिला अस्पताल में लगी मरीजों की भीड़
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
जिले में जानलेवा बुखार ने पांच और लोगों को शिकार बना लिया है। ठाकुरद्वारा में मोहल्ला जाटवान निवासी हरबंस सिंह (65) और उनकी बहन वीरवती देवी (55) की बुखार से मौत हो गई। दोनों को छह दिन से बुखार था। उन्हें पहले मुरादाबाद व फिर काशीपुर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था।
हरबंस के बेटे बिट्टू व वीरवती के बेटे पवन ने बताया कि दोनों को जांच के बाद डॉक्टरों ने डेंगू बताया था। लगातार प्लेटलेट्स कम होने और हालत में सुधार ने होने पर दोनों को रविवार रात देहरादून के जॉलीग्रांट अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में दोनों ने दम तोड़ दिया।
ठाकुरद्वारा में अब तक बुखार व डेंगू से 13 लोगों की मौत हो चुकी है। दूसरी ओर मैनाठेर गांव निवासी शाने आलम (8) को पांच दिन पहले बुखार आया था। सामान्य बुखार मानकर परिजनों ने झोलाछाप से इलाज कराया। हालत में सुधार नहीं हुआ तो उसे मुरादाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वहां इलाज के दौरान बालक की मौत हो गई। मैनाठेर में ही मेहंदी हसन की पत्नी शहनाज बेगम (55) को चार दिन पहले बुखार आया था। महिला का गांव में इलाज कराया गया लेकिन रविवार को उनकी मौत हो गई।
कुंदरकी के मोहनपुर गांव में बुखार पीड़ित महिला अफरोज जहां (45) की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक महिला को पांच दिन से बुखार था। मुरादाबाद के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
डेंगू के ज्यादातर मरीज अस्पताल में भर्ती
पिछले तीन दिन में डेंगू के जो मरीज मिले हैं उनमें से ज्यादातर अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं सोमवार को नौ लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। अब जिले में डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या 369 हो गई है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि ग्राम रवाना, दयानाथपुर, अब्दुल्लापुर लैदा, सरकड़ा परम, मानपुर पट्टी, गतौरा में शिविर लगाया गया है।
इसके अलावा ठिरियादेन, चिड़ियाठेर, गुरेर, बीजना, अगवानपुर व शहर में शिविर लगाकर 1200 से ज्यादा लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। डॉ. श्रीवास्तव का कहना है कि यदि किसी को डेंगू व बुखार के लक्षण हैं तो वह 0591-2411224 पर कॉल करके जानकारी दे सकता है।