यमुना का रौद्र रूप देख सहमे लोग
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यमुना नदी अब खतरे के निशान 499 फुट से कुछ इंच ही दूर है। 13 साल बाद यमुना नदी ने तटबंध तोड़कर शहर में प्रवेश किया है। लोहिया नगर, तनिष्क राजश्री और दयालबाग की कॉलोनियों के सड़क मार्ग पर पानी भर गया है। कैलाश मंदिर परिसर, कैलाश गांव में पानी भर जाने से बलदेव की ओर के 6 गांवों का संपर्क शहरी क्षेत्र से कट गया है। कैलाश मेला स्थगित कर दिया गया है। शहर में यमुना किनारे बने 5 सीवेज पंपिंग स्टेशन एहतियातन बंद कर दिए गए हैं। यमुना में गिर रहे भैंरो नाला, मंटोला नाला समेत छोटे-बड़े नालों का बहाव उल्टा हो गया है। वहीं टोरेंट ने घाट के पास ट्रांसफार्मर के पानी में डूब जाने पर विद्युत आपूर्ति रोक दी है। ताजगंज मोक्षधाम में यमुना का पानी दूसरे प्लेटफाॅर्म तक पहुंच गया, जिससे अब सबसे ऊपर के प्लेटफाॅर्म पर ही दाह संस्कार किए जा सकेंगे।