अतीक अहमद और विजय मिश्र एडवोकेट।
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माफिया अतीक अहमद का वकील विजय मिश्रा बेनामी संपत्ति का सौदा करने के लिए बीते पांच दिन से लखनऊ में था। वह लखनऊ जेल जाकर अतीक के बेटे उमर से भी मिला था, जिसने उसे बेनामी संपत्ति की जानकारी दी थी। इसके बाद अशरफ की पत्नी जैनब और उसके भाई सद्दाम को लखनऊ बुलाया गया। सूत्रों के मुताबिक जैनब के साथ बुर्का पहने हुई दो लड़कियां भी थीं। विजय मिश्रा की गिरफ्तारी की भनक लगते ही तीनों आसानी से फरार हो गईं।
विजय मिश्रा के गिरफ्तार होने के बाद एसटीएफ लखनऊ जेल में बंद उमर से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। दरअसल, उमर और असद लखनऊ में अतीक की संपत्तियों का काम देखते थे। इस प्रकरण में उमर और असद का लखनऊ के एक बिल्डर को धमकाने का मामला भी सामने आ चुका है। एसटीएफ के मुताबिक अतीक ने लखनऊ में अधिकतर बेनामी संपत्तियों बिल्डरों के नाम ली थी, जिसको बेचने पर उसे मोटा मुनाफा मिलता था।
इन सभी संपत्तियों की जानकारी केवल उमर और असद को थी। वहीं दूसरी ओर प्रयागराज पुलिस और एसटीएफ अतीक के परिवार के बाकी सदस्यों को तेजी से तलाश रही है। जैनब, सद्दाम और दोनों लड़कियों के लखनऊ और उसके आसपास छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। जांच में ये भी पता चला है कि सद्दाम बीते कई दिनों से दिल्ली के शाहीनबाग इलाके में छिपा था। शाहीनबाग में अतीक की संपत्तियों की देखरेख करने वालों ने उसके लिए पनाहगाह का इंतजाम किया है।