Congress President Mallikarjun Kharge
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प्रदेश के कई अल्पसंख्यक नेता कांग्रेस में वापसी की तैयारी में हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से इनकी बातचीत हो चुकी है। वे गठबंधन के नजरिए से अभी पर्दे के पीछे से गोंटी बिछा रहे हैं। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पुराने नेताओं को गोलबंद करने में जुटी है। ऐसे में विभिन्न दलों में अलग- थलग पड़े नेताओं को जोड़ रही है।
दूसरी तरफ उन नेताओं पर ज्यादा फोकस कर रही हैं, जो कभी कांग्रेस में कद्दावर होते थे, लेकिन हालात के मद्देनजर दूसरे दलों में चले गए। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि इन नेताओं को पार्टी में वापसी कराकर जनाधार बढाया जा सकता है। इसी रणनीति के तहत पार्टी नेताओं की पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक नेता से बातचीत हुई है। ये कभी कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
हालांकि यह नेता अभी गठबंधन के सियासी समीकरण पर नजर गड़ाए हुए हैं। उनका सीधा सा तर्क है कि पश्चिम में कांग्रेस के साथ अल्पसंख्यक जुड़ रहा है, लेकिन जीत के जादुई आंकड़े को हासिल करने के लिए दलित वोटबैंक को साधना होगा। इसी तरह बुंदेलखंड और पूर्वांचल के कई अल्पसंख्यक नेता भी कांग्रेस से जुड़ने की तैयारी में हैं।
प्रदेश अध्यक्ष का जिलेवार दौरा होने के बाद प्रदेश कार्यालय में समारोह आयोजित करके इन नेताओं को अधिकारिक तौर पर घर वापसी कराई जाएगी। इस संबंध में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी कहते हैं कि उनकी सभी दलों के नेताओं से बातचीत चल रही है। कोशिश है कि साफ- सुथरी छवि वाले कद्दावर नेता पार्टी से जुड़े। कई लोगों से बातचीत तय हो चुकी है। जल्द ही उन्हें सदस्यता दिलाई जाएगी।