कोतवाली के अलीपुर जीता गांव के समीप साइकिल सवार को बचाने में श्रद्धालुओं से भरी टूरिस्ट बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में साइकिल सवार की मौत हो गई। जबकि, बस पर 30 श्रद्धालु घायल हो गए। इलाज के लिए सभी को सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया। हालत गंभीर होने पर इनमें से सात को रेफर कर दिया गया।
कानपुर शहर के बर्रा मोहल्ले के करीब 60 लोग रविवार को एक टूरिष्ट बस बुक कर रविवार को कड़ा स्थित शक्तिपीठ शीतला धाम दर्शन करने आ रहे थे। इससे पहले सभी ने फतेहपुर में संकटा देवी का दर्शन किया। यहां के बाद कड़ा आते समय दोपहर करीब दो बजे अलीपुर जीता गांव के समीप बस के सामने अचानक साइकिल सवार फतेहपुर के गौती-बाकरगंज निवासी इंद्रजीत का बेटा राहुल (18) आ गया। उसे बचाने में तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई।
हादसे के बाद मची चीखपुकार सुन स्थानीय लोग दौड़ पड़े। पुलिस व एंबुलेंश को सूचना देने के साथ ही ग्रामीण बस में फंसे श्रद्धालुओं को बाहर निकालने लगे। हादसे में साइकिल सवार राहुल समेत बस पर सवार करीब 30 श्रद्धालु घायल हो गए। कड़ा धाम कोतवाली पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से सभी घायलों को एंबुलेंश के जरिए सीएचसी कड़ा व सिराथू पहुंचाया।
हादसे में ननकी देवी, राकेश निषाद, सोहन लाल, बीना, सविता, सुनीता व रजनी शर्मा को सिर में चोट लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गई। प्राथमिक उपचार के बाद इनमें से पांच को जिला अस्पताल व तीन को कानपुर के हैलेट हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में इलाज शुरू होते ही साइकिल सवार राहुल की मौत हो गई। दुर्घटना की जानकारी मिलते ही एसपी ब्रजेश श्रीवास्तव, एडीएम डॉ. विश्राम ने कड़ा सीएचसी पहुंचकर घायलों का हाल जाना। साथ ही हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
हादसे में ये हुए घायल
हादसे में बर्रा निवासी रजनी शर्मा पत्नी रमेश शर्मा, मीरा देवी पत्नी हरिशंकर, स्नेह लता मिश्रा पत्नी अवधेश कुमार, बीना देवी पत्नी वीर सिंह, हरिशंकर, सनत अग्रहरि, अनिकेत (16) पुत्र सनत, महेंद्र कुमार, रिचा यादव पुत्री लालाराम यादव, प्रीति पुत्री रामवीर सिंह, कीर्ति गुप्ता पुत्री राम बहादुर आदि।
पांच एंबुलेंस से घायलों को भेजा गया अस्पताल
हादसे के बाद कुछ देर के लिए स्थानीय लोग पूरी तरह से आवाक रह गए। उन्हें समझ ही नहीं आया कि आखिर अचानक क्या हुआ। संभलते ही लोग घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े। सूचना मिलते ही कड़ा धाम थानाध्यक्ष आशुतोष फौरन पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए। पांच एंबुलेंश और ऑटो की मदद से सभी घायलों को अलग-अलग अस्पताल भेजवाया।