पश्चिमी यूपी की सियासत के कद्दावर नेता माने जाने वाले पूर्व विधायक इमरान मसूद ने आखिरकार अपने राजनीतिक पत्ते खोल दिए। पूर्व विधायक ने स्पष्ट कर दिया कि वह सात अक्तूबर को दिल्ली में जाकर कांग्रेस ज्वॉइन कर लेंगे।
पूर्व विधायक का कहना है कि पहले से ही कांग्रेस में आस्था थी, अब दोबारा से अपने घर वापसी कर रहा हूं। लोकसभा चुनाव में टिकट के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान का जो भी आदेश होगा उसके हिसाब से काम किया जाएगा।
सहारनपुर लोकसभा सीट हो या फिर कैराना और बिजनौर आदेशों का पालन किया जाएगा। दरअसल, करीब डेढ़ माह पहले राहुल गांधी की तारीफ करने पर बसपा से निष्कासन के बाद अटकलों का दौर जारी था कि इमरान मसूद किस पार्टी में जाएंगे। कांग्रेस के अलावा रालोद और अन्य राजनीतिक दल भी इमरान के संपर्क में थे। यह भी संभावना लग रही थी कि इमरान रालोद का दामन थाम सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
कांग्रेस में एंट्री से बदलेगा चुनावी समीकरण, होगी कांटे की टक्कर
इमरान मसूद की कांग्रेस में एंट्री के बाद लोकसभा चुनाव का समीकरण भी बदल सकता है। इमरान मसूद की मुस्लिम समाज के वोटरों में काफी अच्छी पकड़ है। कांग्रेस पहले से ही इंडिया गठबंधन में शामिल है। यदि इमरान को लोकसभा चुनाव का टिकट मिलता है तो वह मुस्लिम वोटरों को साधने में कामयाब हो सकते हैं।
इमरान मसूद पहले भी तीन बार सहारनपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि उन्हें जीत नहीं मिल सकी थी, लेकिन हर बार चुनाव हिंदू-मुस्लिम हुआ। ऐसे में भाजपा और गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर हो सकती है, जिसमें जीत-हार का अंतर बेहद कम रह सकता है।