purnesh modi
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श्रीरामजन्मभूमि के भूमि पूजन की तीसरी वर्षगांठ पर गुजरात के सूरत पश्चिम से विधायक व पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी शनिवार को अयोध्या पहुंचे। मोदी सरनेम मामले में उन्होंने ही राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने रामलला का दर्शन पूजन किया और मंदिर निर्माण को भी देखा।
उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी को लेकर सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया है, उसका हम सम्मान करते हैं। इसीलिए भगवान रामलला के दर्शन करने आए हैं, ताकि आने वाले दिनों में ओबीसी समाज का प्रतिनिधित्व करते हुए राहुल गांधी के खिलाफ जंग लड़ने की ताकत प्रभु हमें दें। उन्होंने कहा कि मुकदमा अभी सूरत के सेशन कोर्ट में जारी रहेगा। केस अभी समाप्त नहीं हुआ है और अभी यह लड़ाई लंबी चलेगी। अभी से इस पर हार जीत का फैसला कर लेन सही नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि अयोध्या विश्व की सबसे खूबसूरत धार्मिक नगरी बनने जा रही है, यह भाजपा सरकार की ही देन है। कहा कि 2024 में श्रीरामजन्मभूमि के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने वह जरूर आएंगे। पूर्णेश ने बताया कि तुलसी पीठाधीश्वर जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य की ओर से जनवरी 2024 में 1008 कुंडीय हनुमत यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कार्यक्रम स्थल का भी निरीक्षण किया।
अयोध्या में उन्होंने कथा वाचक प्रेमभूषण दास, राम विलास वेदांती से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। इस दौरान उनके साथ भाजपा नेता विनय शुक्ल भी मौजूद रहे। बिड़ला धर्मशाला पर उनका स्वागत भाजपा नेता यश पाठक ने किया।
क्या है मामला
2019 के लोकसभा चुनाव में एक भाषण को लेकर पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी पर मोदी सरनेम वाले लोगों की मानहानि होने का एक मुकदमा दर्ज कराया था। पहले स्थानीय अदालत बाद में गुजरात हाईकोर्ट ने भी राहुल गांधी को दोषी माना था। सजा दो साल की होने की वजह से उनकी संसद सदस्यता भी चली गई थी। 4 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में राहुल गांधी को राहत दे दी है।