पूर्वात्तर रेलवे का मुख्य सामग्री प्रबंधन कार्यालय।
– फोटो : अमर उजाला।
विस्तार
रेलवे में एक फर्म को काम देने के बदले तीन लाख रिश्वत लेने के आरोप में सीबीआई के हाथों रंगेहाथ गिरफ्तार प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक के मामले की अब सतर्कता टीम ने जांच शुरू कर दी है। सोमवार को एक बड़े अफसर की अगुवाई में टीम गोरखपुर पहुंची।
टीम ने गिरफ्तार प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक से जुड़े दस्तावेजों के अलावा शिकायतकर्ता फर्म सूक्ति इंटरप्राइजेज के दस्तावेजों को भी खंगाला। साथ ही पूर्व में एक फर्म को 77 ठेके देने के मामले में भी विजिलेंस टीम ने पूछताछ की है। विजिलेंस की टीम के आने से रेल महकमे में हड़कंप मचा है।
रेलवे को सामग्री आपूर्ति करने वाली फर्म सूक्ति एसोसिएट के प्रोपराइटर अलहदादपुर निवासी प्रणव त्रिपाठी ने रिश्वत मांगे जाने की शिकायत सीबीआई के एंटी करप्शन ब्रांच व लखनऊ के रेलवे एसपी से की थी। सूक्ति एसोसिएट जेम पोर्टल पर पंजीकृत है और फर्म को एक ठेका मिला है, जिसकी वैधता 15 जनवरी 2024 तक है।
इसे भी पढ़ें: महराजगंज में झूठी शान के लिए युवक की पीट-पीटकर हत्या, भूसे में छिपाया था शव