इसी पार्क में मिला शव।
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जानकीपुरम सेक्टर एफ में स्थित आकांक्षा परिसर कॉलोनी में बुधवार तड़के 9वीं के छात्र आरव सिंह (14) ने पार्क के झूले में दुपट्टे के फंदे से फांसी लगा ली। परिजन ने उसे पढ़ने के लिए भोर में उठाया था। मॉर्निंग वॉक पर निकले छात्र के पड़ोसी ने उसको फंदे पर लटकता देखा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग की पुष्टि हुई। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। खुदकुशी की वजह पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो सकी है।
आकांक्षा परिसर के पॉकेट-2 टाइप-4 के फ्लैट नंबर पांच निवासी आलोक सिंह पीडब्ल्यूडी में एई हैं। उनका बेटा आरव सिंह अलीगंज सीएमएस में पढ़ता था। बुधवार को उसका अंग्रेजी का पेपर था। परिजनों ने उसको पढ़ने के लिए भोर में तकरीबन तीन बजे जगा दिया था। इस दौरान किसी वक्त वह घर से निकल गया। सुबह करीब छह बजे पड़ोसी आरएस मिश्रा अपने एक साथी के साथ टहलने निकले थे। तभी उन्होंने देखा कि कॉलोनी के पार्क में एक झूले में फंदे से कोई लटक रहा है। पास जाकर देखा तो वह आरव था। तब उन्होंने आलोक सिंह को इसकी जानकारी दी। किशोर को फंदे से उतारा गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
इकलौते बेटे की मौत से झकझोर दिया, सदमे में परिजन
आरव के परिवार में पिता आलोक, मां हेमन और छोटी बहन सोना है। इकलौते बेटे की मौत ने माता पिता को झकझोर दिया है। बहन भी बेहाल है। कोई कुछ बोल तक नहीं पा रहा था। यहां तक कि ये तब नहीं बता पा रहे थे कि आखिर ऐसा क्या हुआ जो आरव ने ऐसा कदम उठाया। उनको यकीन नहीं हो रहा कि आरव अब इस दुनिया में नहीं है।
पुलिस का दावा : पेपर खराब होने से खुदकुशी की चर्चा, पर पुष्टि नहीं
जानकीपुरम के अतिरिक्त इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह ने बताया कि आरव की परीक्षाएं चल रही थीं। दो पेपर हो चुके हैं। बुधवार को अंग्रेजी का पेपर था। इंस्पेक्टर ने बताया कि ऐसी चर्चा रही कि आरव के दो पेपर थोड़े खराब हुए थे। शायद इस वजह से वह तनाव में था। ऐसा तो नहीं कि उसने इस वजह से खुदकुशी की। इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।
क्या किसी को मैसेज किया था
पुलिस के मुताबिक, सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। वहीं, कुछ लोग चर्चा कर रहे थे कि शायद आरव ने देर रात करीब डेढ़ बजे अपने किसी एक दोस्त को मैसेज किया था। इसमें सुसाइड संबंधी कुछ बातें लिखीं। इसको लेकर पुलिस को कोई जानकारी नहीं है। न परिवार वाले इसकी पुष्टि कर रहे हैं। मैसेज किया था या नहीं, ये तभी स्पष्ट हो सकता है जब मामले की जांच हो।